West Bengal : मुस्लिम परिवारों ने सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए एक हिंदू का किया अंतिम संस्कार
पश्चिम बर्दवान के देशेर महान गांव में 230 मुस्लिम परिवार व सिर्फ एक हिंदू परिवार वास करता है हिंदू परिवार के मुखिया 70 साल के रामधानी रजक की पेड़ से गिरने के कारण सिर पर गहरी चोट लगने से मौत हो गई थी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मुस्लिम परिवारों ने सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए एक हिंदू का अंतिम संस्कार किया। यह नजीर पश्चिम बर्दवान के जमुड़िया इलाके के देशेर महान गांव में देखने को मिली है। इस गांव में 230 मुस्लिम परिवार व सिर्फ एक हिंदू परिवार वास करता है।
हिंदू परिवार के मुखिया 70 साल के रामधानी रजक की पेड़ से गिरने के कारण सिर पर गहरी चोट लगने से मौत हो गई थी। मौत से पहले उन्हें गांव के मुस्लिम परिवार के लोग पांच निजी अस्पतालों में ले गए थे लेकिन रामधानी का कोविड-19 टेस्ट नहीं होने के कारण सभी अस्पतालों ने उनका इलाज करने से मना कर दिया था।
रामधनी के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। बड़ा बेटा कोलकाता के साल्टलेक इलाके में रहता है जबकि छोटा बेटा साथ में है, जो मनोरोगी है। मुस्लिम परिवार ने रामधानी के अंतिम संस्कार का बीड़ा उठाया। उन्होंने मृतक के बड़े बेटे रामविलास को खबर की और उसके आने पर अजय नदी के किनारे मृतक का अंतिम संस्कार कराया।
रामविलास ने कहा-' मैं अपने पड़ोसियों का ऋणी हूं। वे हमारे परिवार के साथ खड़े नहीं होते तो मैं अकेले अपने पिता का अंतिम संस्कार नहीं कर पाता। उन्होंने मेरे पिता का इलाज कराने की भी काफी कोशिश की थी।' रामधानी के पड़ोस में रहने वाले शेख फिरदौस ने कहा- 'रामधानी पेशे से धोबी थे और गांव में अच्छे इंसान के तौर पर परिचित थे। हमने हमारे और उनके परिवार में कभी कोई अंतर नहीं किया। पड़ोसी होने के कारण यह हमारा कर्तव्य था। हमने कोई बड़ा काम नहीं किया है।'