विधानसभा में करीब आए मुकुल रॉय व सुवेंदु अधिकारी, विधानसभा के प्रथम सत्र के दूसरे दिन ही सीट बदली
हाल में भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में लौटे मुकुल रॉय को विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिन ब्लॉक तीन में 42 नंबर सीट आवंटित की गई थी। उस दिन वे उसी सीट पर बैठे थे लेकिन सोमवार को उनकी सीट बदल दी गई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : हाल में भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में लौटे मुकुल रॉय को विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिन ब्लॉक तीन में 42 नंबर सीट आवंटित की गई थी। उस दिन वे उसी सीट पर बैठे थे लेकिन सोमवार को उनकी सीट बदल दी गई। मुकुल भले अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए हैं लेकिन कागजी तौर पर वे अभी भी भाजपा विधायक हैं और तृणमूल मुकुल को दलबदल विरोधी कानून से बचाने के लिए भाजपा विधायक के रूप में ही रखना चाहती है।
मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी मुकुल की पार्टी में वापसी के बावजूद उन्हें भाजपा विधायक' बताया था। ऐसे में उनकी विधानसभा की सीट फिर से बदलना सत्ताधारी पार्टी की रणनीति बताई जा रही है। मुकुल अब भाजपा विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी की बाएं तरफ की सीट पर बैठेंगे, जो ब्लॉक दो में सीट नंबर 15 है। मुकुल सोमवार को इसी सीट पर बैठे।
दरअसल मुकुल के पास इस सीट पर बैठने के अलावा दलबदल विरोधी कानून से बचने का कोई रास्ता नहीं है। इससे पहले मुकुल को विपक्ष की जो सीट दी गई थी, वह सुवेंदु की सीट से बहुत दूर थी। विधानसभा सूत्रों के मुताबिक मुकुल के लिए यह सीट सभी पहलुओं को देखते हुए चुनी गई है। तृणमूल के एक वर्ग का कहना है कि यह रणनीति सुवेंदु पर दबाव बनाने के लिए तैयार की गई है।
सुवेंदु के लिए आरक्षित सीट की बाईं ओर की सीट पर माकपा के सुजन चक्रवर्ती, अशोक भट्टाचार्य और अनिसुर रहमान बैठते थे। इस बार मुकुल रॉय वहीं बैठेंगे। मुकुल को हाल में विधानसभा की लोक लेखा समिति का सदस्य बनाया गया है। तृणमूल उन्हें इस समिति का अध्यक्ष बनाने की फिराक में है।