लॉकडाउन में गरीबों व असहायों के लिए वरदान बनकर उभरी है मां कैंटीन, पांच रुपये में दोपहर का भोजन
कोरोना महामारी के इस दौर में दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे गरीबों के लिए हुगली जिले के रिसड़ा में वरदान बनकर उभरी है राज्य सरकार की तरफ से चलाई जा रही मां कैंटीन। बीते दिनों रिसड़ा नगरपालिका के प्रशासक विजय सागर मिश्रा ने इसका उद्धाटन किया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना महामारी के इस दौर में दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे गरीबों के लिए हुगली जिले के रिसड़ा में वरदान बनकर उभरी है राज्य सरकार की तरफ से चलाई जा रही मां कैंटीन। बीते दिनों रिसड़ा नगरपालिका के प्रशासक विजय सागर मिश्रा ने इसका उद्धाटन किया था। इस मौके पर नगरपालिका के कई पूर्व पार्षद एव अधिकारी उपस्थित थे। पांच रुपये में दोपहर का भोजन मिलने से इलाके के सैकड़ों गरीब व असहाय लोगों ने कोरोना काल में राहत की सांस ली है।
विजय सागर मिश्रा ने बताया-'सांसद कल्याण बनर्जी एव विधायक डॉ. सुदीप्त राय के सहयोग से हमलोगों ने यहां मां कैंटीन की शुरुआत की है। इसके तहत गरीबों को पांच रूपये में चावल, दाल तथा अंडा करी दिया जा रहा है। सुबह नौ बजे से 11 बजे के बीच दोपहर के भोजन के लिए कूपन बांटे जा रहे हैं। दोपहर 12 बजे से लेकर दो बजे तक गरीबों के बीच भोजन का वितरण किया जा रहा है।
लाॅकडाउन के समय कुछ लोग पहले इधर-उधर से अपनी रोजी-रोटी की व्यवस्था कर लेते थे लेकिन कोरोना के बीच काम-धंधा बंद होने से रिसड़ा में रहने वाले सैकड़ों लोगों के सामने दो वक्त की रोटी के लाले पड़ गए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर खोली गई मां कैंटीन से वे लोग दोपहर का भोजन कर पा रहे हैं। फिलहाल इस कैंटीन में 200 लोगो के खाने की व्यवस्था की गई है।