बंगाल विस चुनाव के पांचवें चरण में केंद्रीय बल के एक लाख से अधिक जवानों की होगी तैनाती
तगड़े इंतजाम 821 कंपनियां मतदान केंद्रों के अंदर रहेंगी। बाकी स्ट्राइक फोर्स के तौर पर काम करेंगी। 21000 पुलिस कर्मी भी रहेंगे मुस्तैद। पांचवें चरण में उत्तर 24 परगना नदिया पूर्व बद्र्धमान जलपाईगुड़ी कलिंपोंग एवं दार्जिलिंग जिलों में आगामी शनिवार को वोट पड़ेंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में केंद्रीय बल के एक लाख से अधिक जवानों की तैनाती की जाएगी। पांचवें चरण में उत्तर 24 परगना, नदिया, पूर्व बद्र्धमान, जलपाईगुड़ी, कलिंपोंग एवं दार्जिलिंग जिलों की 45 सीटों के लिए आगामी शनिवार को वोट पड़ेंगे।
बाकी 'स्ट्राइक फोर्स के तौर पर काम करेंगी
चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय बल के कुल 1.07 लाख के जवानों की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा राज्य पुलिस के 21,000 कर्मी भी मुस्तैद रहेंगे। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 1071 में से 860 कंपनियां 17 अप्रैल को चुनावी ड्यूटी पर रहेंगी। इनमें से 821 कंपनियां मतदान केंद्रों के अंदर रहेंगी। बाकी 'स्ट्राइक फोर्स के तौर पर काम करेंगी और सेक्टर ड्यूटी पर रहेंगी।
संवेदनशील बूथों की सूची तैयार करने को कहा
मतदान के बाद हिंसा होने की सूरत में वे उसका मुकाबला करेंगी और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों व पोस्टल बैलेट की सुरक्षा करेंगी। इस बीच वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथों की सूची तैयार करने को कहा गया है। जरुरत महसूस होने पर वहां धारा 144 भी लागू की जा सकती है। पूर्व बद्र्धमान में केंद्रीय बल की 153, दार्जिलिंग में 67, जलापाईगुड़ी में 123 और कलिंपोंग में 21 कंपनियों की तैनाती की जाएगी।
शीतलकूची में हुई घटना के बाद चुनाव आयोग सतर्क
गौरतलब है कि चौथे चरण में कूचबिहार जिले के शीतलकूची इलाके में हुई घटना के बाद चुनाव आयोग बेहद सतर्क हो गया है। शीतलकूची में उग्र गांववालों ने केंद्रीय बल के जवानों को घेर लिया था और उनसे उनकी राइफल छीनने की कोशिश की थी। आत्मरक्षा में जवानों को फायरिंग करनी पड़ी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी।