पूर्ण लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कोलकाता में 1200 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
561 लोगों को लॉकडाउन संबंधी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया गया एवं उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए बुधवार को लगाए गए राज्यव्यापी पूर्ण लॉकडाउन के दौरान इसका उल्लंघन करने के आरोप में राजधानी कोलकाता से 1200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनमें से 727 लोगों को लॉकडाउन संबंधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया गया एवं उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि 469 लोगों को मास्क नहीं लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बताया कि 36 लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के आरोप में पकड़ा गया। इसके अलावा पुलिस ने 35 वाहनों को भी जब्त किया है। दरअसल पूर्ण लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए कोलकाता सहित राज्य के सभी शहरों में पुलिस बेहद मुस्तैद दिखी और जगह-जगह नाका चेकिंग व बैरिकेड लगाकर घरों से बेवजह बाहर निकलने वालों से कड़ी पूछताछ की। उचित कारण नहीं बताने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
उल्लेखनीय है कि बंगाल सरकार ने 31 अगस्त तक सात दिन पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। इस आदेश के बाद इस महीने का यह पहला पूर्ण लॉकडाउन था। वहीं, 20 जुलाई के बाद से अब तक यह चौथा पूर्ण लॉकडाउन था। इससे पहले 23, 25 व 29 जुलाई को लॉकडाउन लागू किया गया था। बताते चलें कि बंगाल में बुधवार तक 83,800 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं एवं 1846 लोगों की इस महामारी से जान जा चुकी है। इनमें राजधानी कोलकाता में सबसे ज्यादा 25,202 मामले सामने आए हैं और सर्वाधिक 860 लोगों की मौतें हुई है।
दरअसल पूर्ण लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए कोलकाता सहित राज्य के सभी शहरों में पुलिस बेहद मुस्तैद दिखी और जगह-जगह नाका चेकिंग व बैरिकेड लगाकर घरों से बेवजह बाहर निकलने वालों से कड़ी पूछताछ की। उचित कारण नहीं बताने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।