बंगाल में चौथे, पांचवें व छठे चरण के मतदान के लिए केंद्रीय बलों की 800 से अधिक कंपनियों की होगी तैनाती
चुनाव आयोग ने सूबे में चुनावी हिंसा के लंबे इतिहास को देखते हुए उठाया अभूतपूर्व कदम विशेष पर्यवेक्षक व विशेष पुलिस पर्यवेक्षक ने मुख्य सचिव के साथ बैठक में कहा कि कहीं से भी गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तुरंत कदम उठाना पड़ेगा।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे, पांचवें व छठे चरण के मतदान के लिए केंद्रीय बलों की 800 से अधिक कंपनियों की तैनाती की जाएगी। चुनाव आयोग ने सूबे में चुनावी हिंसा के लंबे इतिहास को देखते हुए अभूतपूर्व कदम उठाया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक चौथे चरण में केंद्रीय बलों की 899, पांचवें चरण में 955 और छठे चरण में 932 कंपनियों की तैनाती की जाएगी।
बंगाल के लिए नियुक्त किए गए विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक व विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने राज्य के मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि कहीं से भी गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तुरंत कदम उठाना पड़ेगा। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं चलेगी। चौथे चरण के तहत 10 अप्रैल को हावड़ा, हुगली, दक्षिण 24 परगना, अलीपुरदुआर व कूचबिहार जिलों की सीटों पर मतदान होंगे।
पांचवें चरण में 17 अप्रैल को उत्तर 24 परगना, नदिया, पूर्व बद्र्धमान, कलिंपोंग, दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी जिलों की सीटों पर वोट पड़ेंगे। छठे चरण में 22 अप्रैल को उत्तर दिनाजपुर, नदिया, पूर्व बद्र्धमान एवं उत्तर 24 परगना जिलों की सीटों पर मतदान होंगे। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होगा।
पहले चरण में सभी बूथों को चुनाव आयोग ने संवेदनशील घोषित किया है। पहले चरण में पुरुलिया, बांकुड़ा, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर की सीटों पर मतदान होंगे। गौरतलब है कि बंगाल में निर्बाध, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग हर संभव कदम उठा रहा है।