मिशन बंगाल: अपने हर दौरे में राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हैं अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह वैसे तो भाजपा की चुनावी तैयारियों का जायजा लेने एवं पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के लिए यहां पहुंचे हैं लेकिन अपने हर दौरे में वे राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हैं।
राजीव कुमार झा, कोलकाता : बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह शुक्रवार देर रात बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। शाह वैसे तो भाजपा की चुनावी तैयारियों का जायजा लेने एवं पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के लिए यहां पहुंचे हैं, लेकिन अपने हर दौरे में वे राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हैं। शाह जब भी बंगाल दौरे पर आते हैं तो वे बेहद व्यस्त कार्यक्रमों के बावजूद बंगाल व देश की सुरक्षा को लेकर राज्य में मौजूद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक करना नहीं भूलते।
करीब डेढ़ महीने पहले पिछली बार भी जब शाह बंगाल के दौरे पर आए थे तो उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अधिकारियों के साथ यहां बैठक की थी। इस दौरान सीमा की सुरक्षा व अन्य मसले पर उन्होंने अधिकारियों के साथ चर्चा की थी और कई दिशा-निर्देश दिए थे। वहीं, इस दौरे में भी गृहमंत्री शाह ने सबसे पहले शनिवार सुबह कोलकाता में एनआइए अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान उन्होंने घुसपैठ, आतंकवाद, गो तस्करी, रोहिंग्या, जाली नोटों की तस्करी सहित तमाम मुद्दों पर एनआइए अधिकारियों से खोज खबर ली।
सूत्रों के अनुसार, बंगाल के सीमावर्ती मुर्शिदाबाद जिले से कुछ माह पहले खूंखार आतंकी संगठन अलकायदा के आधा दर्जन आतंकियों की गिरफ्तारी को देखते हुए शाह ने बैठक के दौरान एनआइए अधिकारियों को विशेष रूप से सतर्क किया। उन्होंने आतंकी गतिविधियों में लिप्त संस्थाओं व लोगों के खिलाफ विशेष नजर रखने का निर्देश दिया। इसके साथ ही शाह ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) की राज्य में गतिविधियों पर नजर रखने को कहा। दरअसल, यह अतिवादी इस्लामिक संगठन कथित तौर पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर इस समय चर्चा में है। इसके आतंकी संगठनों के साथ तार जुड़े होने एवं देश कई जगहों पर दंगा भड़काने सहित अन्य गंभीर आरोप है। ऐसे में शाह ने इस संस्था से जुड़े लोगों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा।
उल्लेखनीय है कि बंगाल की सीमाएं बांग्लादेश, भूटान व नेपाल से लगती है। इनमें अकेले बांग्लादेश से करीब 2000 किलोमीटर सीमाएं लगती है। खासकर बांग्लादेश सीमा के जरिए घुसपैठ, तस्करी व आतंकी क्रियाकलाप हमेशा एक बड़ा मुद्दा रहता है। ऐसे में शाह इसको लेकर बेहद गंभीर रहते हैं। शनिवार को शाह ने सर्वप्रथम एनआइए अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ही पार्टी गतिविधियों व अन्य कार्यक्रमों की शुरुआत की। उन्होंने दोपहर मेदिनीपुर में पार्टी की एक जनसभा को संबोधित किया।