भाजपा की रथयात्रा को लेकर राज्य में चढ़ने लगा है राजनीतिक पारा
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा की रथयात्रा को लेकर राज्य में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा की रथयात्रा को लेकर राज्य में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। अब राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने भाजपा की रथयात्रा को लेकर चेतावनी दी है और कहा है कि कोई चाहे जितना भी कोशिश कर ले, लेकिन पश्चिम बंगाल में हिंसा को बढ़ावा नहीं दिया जा सकेगा।
फिरहाद से जब भाजपा की रथ यात्रा के दौरान संभावित संघर्ष के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने भाजपा के केंद्रीय नेताओं की तुलना नक्सलियों तक से कर दी और कहा, "कहीं से उड़कर बंगाल में आकर अशांति फैलाने की नक्सलियों की कोशिश पश्चिम बंगाल में सफल नहीं होगी। शांति बनाकर रखने के लिए राज्य सरकार हरसंभव कदम उठाएगी।" इसके जवाब में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी तीखी टिप्पणी की है।
जब उनसे फिराद के इस बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा "मैं तो अपनी रथयात्रा को लेकर अर्बन नक्सलियों को ही खोज रहा हूं। जहां मिलेंगे वहां रथ के नीचे उन्हें पीस दिया जाएगा।" ज्ञात हो कि एक दिन पहले भी भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी ने चेतावनी देते हुए कहा था कि जो भी पश्चिम बंगाल में भाजपा की रथयात्रा को रोकने की कोशिश करेगा उसे रथ के पहिए तले कुचल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा था कि भाजपा की रथयात्रा राज्य में लोकतंत्र बचाने की यात्रा है। इसे रोकने वाले कुचले जाएंगे। इसे लेकर भी जमकर विवाद हुआ था। राज्य के शिक्षा मंत्री और सत्तारूढ़ तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने इसे भाजपा की हिंसा फैलाने की कोशिश करार दिया था और कहा था कि भाजपा मूल रूप से यह चाहती है कि पश्चिम बंगाल की परिस्थिति को हिंसक बना दिया जाए। इसीलिए इस तरह का भड़काऊ बयान दे रहे हैं।