West Bengal: स्कूलों में मिड-डे-मील बांटने में निर्देशों के उल्लंघन की होगी जांच
Mid Day Meal. पार्थ चटर्जी ने कहा कि प्रत्येक सिफारिश जैसे कि मास्क और दस्ताने पहनकर हर महिने बच्चों को अभिवाकों को दो किलो चावल और आलू को सौंपने का निर्देश दिया गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Mid Day Meal. बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने सोमवार को कहा कि सरकार मीडिया रिपोटरें पर गौर कर रही है कि शहर के दो स्कूलों में अभिभावकों के बीच मध्याह्न भोजन के वितरण के दौरान कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दिए गए दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया। मंत्री ने कहा कि प्रत्येक सिफारिश जैसे कि मास्क और दस्ताने पहनकर हर महिने बच्चों को अभिवाकों को दो किलो चावल और आलू को सौंपने का निर्देश दिया गया है। यदि कोई भी स्कूल उक्त निर्देशों की अनदेखी की है तो तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चटर्जी ने आरोपों के बारे में पूछे जाने के बाद कहा कि कुछ अभिभावकों को मास्क पहने नहीं देखा गया था। वस्तुओं का संग्रह करते समय और एक-दूसरे के करीब खड़े थे। जादवपुर विद्यापीठ और गरिया एंड्रयूज स्कूल दो शैक्षिक संस्थान जिसके खिलाफ आरोप लगे हैं कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सभी दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया। हालांकि दोनों ही स्कूलों के का कहना है कि बिना मास्क के आए कुछ अभिभावकों को मास्क लगाकर दोबारा आने के लिए कहा गया था। मंत्री ने कहा कि मीडिया द्वारा उन अभिभावकों के बारे में दिखाया है लेकिन उस आरोपों में कोई सच्चाई है तो हम सख्त आवश्यक कार्रवाई करेंगे। क्योंकि सार्वजनिक सुरक्षा जैसे मुद्दों से कोई समझौता नहीं होगा।
मंत्री ने यह भी कहा कि यह घटना अपवाद है और द्वारा और बड़े लोग सभी दिशानिर्देशों का पालन करने में सतर्कता दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार तीन बजे तक राज्य भर के हजारों स्कूलों में चावल और आलू का वितरण समाप्त हो गया। स्कूलों के जिला निरीक्षकों ने राज्य द्वारा संचालित और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के अधिकारियों को बच्चों के लिए चावल और आलू के वितरण की सुविधा के लिए 21 से 23 मार्च तक स्कूल को खुला रखने के लिए कहा गया था।