मतुआ समुदाय की गुरु मां वीणापाणि देवी का पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार
(बड़ो मां) का आज गन सैल्यूट के साथ पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया ।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। (बड़ो मां) का आज गन सैल्यूट के साथ पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार का ध्यान रखने के लिए 6 वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहेंगे। अस्पताल सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि बुधवार सुबह 8:00 बजे बड़ो मां के शव को अस्पताल से निकाला गया। उन्हें कोलकाता में राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उन्हें ठाकुरनगर ले जाया गया। बंग-भंग के बाद बांग्लादेश से विस्थापित होकर पश्चिम बंगाल पहुंचे मतुआ समुदाय की गुरु मां वीणापाणि देवी का मंगलवार रात को निधन हो गया है।
कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में रात 8:52 पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी उम्र 101 साल थी। उत्तर 24 परगना और नदिया जिले में करीब 30 लाख की संख्या में रहने वाले मतुआ समुदाय की वह प्रमुख थीं। राज्य में 75 विधानसभा सीटों पर मतुआ समुदाय का प्रभाव है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ो मां से मिलने के लिए उनके आवास पर गए थे।
जानकारी हो कि बांग्लादेश से विस्थापित पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में रहने वाले मतुआ समुदाय की महारानी वीणापाणि देवी का मंगलवार रात निधन हो गया। इसकी घोषणा एसएसकेएम अस्पताल पहुंची खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की। उन्होंने कहा कि डाक्टरों ने बताया कि बड़ो मां के नाम से मशहूर वीणापाणि देवी ने रात 8.52 बजे अंतिम सांस ली। फेफड़े में संक्रमण की शिकायत होने पर उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ममता ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उन्हें राजकीय सम्मान (गन सैलूट) के साथ आखिरी विदाई दी जाएगी। ममता ने कहा कि मतुआ समुदाय के साथ मेरे लिए उनका जाना निजी तौर पर भारी नुकसान है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी राजनीतिक जीवन में उनसे काफी सहयोग पाया है। पहले भी उन्हें इलाज के लिए कई बार वेल व्यू में भर्ती कराया गया लेकिन इस बार हम उन्हें स्वस्थ्य नहीं कर पाए यद्यपि डाक्टरों ने पूरी कोशिश की लेकिन उम्र जनित बीमारियों ने उन्हें घेर लिया था।
ममता ने कहा कि नियम के अनुसार डाक्टर मरनोपरांत शरीर को चार घंटे तक रखते हैं इसलिए वीणापाणि देवी के पार्थिव शरीर को बुधवार सुबह आठ बजे कोलकाता से ठाकुरनगर के लिए पायलट वैन के साथ रवाना किया जाएगा। वहां उनके पार्थिव शरीर को उनके चाहने वालों के अंतिम दर्शन के लिए भी रखा जाएगा। ममता ने कहा कि अंतिम संस्कार को लेकर उनके परिजन सभी निर्णय लेंगे और राज्य सरकार की ओर से सभी सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और सांसद ममता ममता बाला ठाकुर को इसकी जिम्मेवारी दी गई है। ममता ने कहा कि हमने बड़ो मां को बंगाल के सर्वश्रेष्ठ सम्मान बंग विभुषण से सम्मानित किया था और मैं खुद उनसे मिलने पहुंची थी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की ओर से मतुआ डेवलपमेंट बोर्ड को मंजूरी दे दी गई है जबकि विश्वविद्यालय स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। ममता ने कहा कि वीणापाणि हमारे बीच अपने योगदान के लिए हमेशा यादगार रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि बड़ो मां की शारीरिक हालत मंगलवार को और अधिक बिगड़ गई। शाम उन्हें देखने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एसएसकेएम अस्पताल पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने इशारे में भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि दो साल पहले तक मतुआ कौन है कोई नहीं जानता था जबकि अब राजनीतिक स्वार्थ बस श्रेय लेने की कोशिश की जा रही है। ममता ने कहा कि पहले भी हमने मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और सांसद ममता बाला ठाकुर को बड़ो मां को देखने के लिए भेजा था और मैं खुद भी उनसे मिलने पहुंची थी।
यहां बता दें कि दो फरवरी को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर 24 परगना में मतुआ बहुल क्षेत्र ठाकुरनगर में एक जनसभा की थी। उन्होंने सभा से पहले महारानी से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया था। वहीं पीएम के पहले सीएम ममता बनर्जी ने भी वीणापाणि देवी की 100वीं जयंती पर एक कार्यक्रम आयोजित किया था जहां उन्होंने महारानी से आशीर्वाद लेकर कार्यक्रम की शुरुआत की थी। वर्तमान में तृणमूल सांसद ममता बाला बड़ो मां की परिवार से आती हैं। अस्पताल में वे लगातार वीणापाणि की देखभाल कर रही थीं।