शहीद दिवस पर ममता बनर्जी के भाषण को देशभर के लोगों तक पहुंचने की तैयारी, लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) बुधवार 21 जुलाई को शहीद दिवस पर अपने सबसे बड़े वार्षिक कार्यक्रम के जरिए अलग-अलग राज्यों में विभिन्न भाषाओं में पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के भाषण का प्रसारण करके देशभर के लोगों तक पहुंचने की तैयारी में जुटी है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) बुधवार, 21 जुलाई को शहीद दिवस पर अपने सबसे बड़े वार्षिक कार्यक्रम के जरिए अलग-अलग राज्यों में विभिन्न भाषाओं में पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के भाषण का प्रसारण करके देशभर के लोगों तक पहुंचने की तैयारी में जुटी है।
टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि बनर्जी के भाषण को बंगाल में बड़े पर्दों पर प्रसारित किया जाएगा और पहली बार तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब, त्रिपुरा, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे दूसरे राज्यों में भी इसका प्रसारण किया जाएगा। मुख्यमंत्री कोविड-19 महामारी के कारण लगातार दूसरे साल बिना भीड़ के वर्चुअल तरीके से ही लोगों को संबोधित करेंगी। दरअसल, टीएमसी 1993 में कोलकाता में युवा कांग्रेस की रैली में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 13 लोगों की याद में शहीद दिवस मनाती है।
टीएमसी नेता ने बताया कि बंगाल में भाषण बंगाली में प्रसारित किया जाएगा जबकि अलग-अलग राज्यों में स्थानीय भाषाओं में अनुवादित भाषण प्रसारित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के गढ़ गुजरात में भी कई जिलों में बनर्जी के भाषण को बड़े पर्दे पर प्रसारित करने की योजना है और इस कार्यक्रम के बारे में लोगों को सूचित करने के लिए पार्टी की ओर से गुजराती में पुस्तिका भी वितरित की गई है। गुजरात में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं।उन्होंने कहा, ‘‘मोदी और शाह ने बंगाल चुनाव के दौरान भाजपा के अभियान की कमान संभाली थी। अब गुजरात और अन्य राज्यों में दीदी का संदेश फैलाने की हमारी बारी है।’’ पार्टी की उत्तर प्रदेश में भी ऐसे ही कार्यक्रम की योजना है। उत्तर प्रदेश में भी अगले साल चुनाव होने हैं।
अन्य राज्यों में टीएमसी की पहुंच बढ़ाने की कवायद
मुख्यमंत्री के भतीजे सांसद और हाल में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए अभिषेक बनर्जी ने भी अन्य राज्यों में टीएमसी की पहुंच बढ़ाने का आह्वान किया था। भाजपा से टीएमसी में लौटे मुकुल रॉय को देशभर में पार्टी की मौजूदगी बढ़ाने का जिम्मा सौंपा गया है।इधर, अन्नाद्रमुक नेता जयललिता की तरह बनर्जी को ‘अम्मा’ बताते हुए चेन्नई में पोस्टर लगाए गए हैं। टीएमसी दक्षिणी राज्यों में भी अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले ममता ने खुद ही ऐलान किया कि वह 21 जुलाई के कार्यक्रम के बाद नई दिल्ली का दौरा करेंगी, जहां वह ‘‘पुराने और नए मित्रों’’ से मुलाकात करेंगी। वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य शीर्ष विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं।
दोपहर एक बजे से शुरू होगा कार्यक्रम
इधर, तृणमूल की ओर से बताया गया कि शहीद दिवस कार्यक्रम दोपहर एक बजे से शुरू होगा। कोलकाता के कालीघाट मिलन संघ स्थित मुख्य समारोह स्थल से ममता वर्चुअल संबोधन करेंगी। इससे पहले ममता व अन्य तृणमूल नेता शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इधर, इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तृणमूल ने विशेष तैयारी की है। कोलकाता सहित राज्य भर के सभी बूथों पर ममता के भाषण का प्रसारण के लिए तृणमूल की ओर से एलईडी स्क्रीन की विशेष व्यवस्था की गई है। वहीं, विभिन्न राज्यों में भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में ममता के भाषण के प्रसारण के लिए तृणमूल की ओर से बड़े एलईडी की व्यवस्था की गई है। तृणमूल ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में ममता का भाषण सुनने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, शिरोमणि अकाली दल, एआइएडीएमके, राष्ट्रीय जनता दल व आम आदमी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दलों के नेताओं और सांसदों को आमंत्रण दिया है।