ममता को नए सिरे से चीन दौरे के लिए किया जाएगा आमंत्रित
शिक्षित युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने में कन्याश्री योजना महत्वपूर्ण साबित हुई।ममता को इस कल्याणकारी योजना को लागू करने के लिए संयुक्तराष्ट्र से पुरस्कार मिला है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चीन दौरे के लिए नए सिरे से आमंत्रित किया जाएगा। उनके चीन दौरे की तिथियां निर्धारित करने के लिए वर्तमान में काम चल रहा है।
कोलकाता में चीन के कौंसुलेट जनरल मा झानवु ने इसकी जानकारी देते हुए कहा-'कुछ 'तकनीकी कारणों' से ममता बनर्जी का पिछला दौरा नहीं हो पाया था लेकिन हमें पूरी उम्मीद है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का भावी दौरा सफल रहेगा।' गौरतलब है कि इससे पहले ममता का दौरा 22 जून से प्रस्तावित था लेकिन कुछ घंटे पहले ही उसे रद करना पड़ा था।
कन्याश्री का विस्तार
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की महत्वाकांक्षी परियोजना कन्याश्री में एक और नया आयाम जुड़ गया जो सराहनीय है। कन्याश्री योजना के तहत 8वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक की छात्राओं को इस योजना का लाभ मिलता था। छात्रवृत्ति के रूप में सालाना 500 और 18 वर्ष की उम्र पार करने पर एकमुश्त 25 हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान है।
इस कल्याणकारी योजना से बंगाल के गरीब परिवार के लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने में काफी मदद मिल रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि 18 वर्ष की उम्र में शिक्षित युवतियों को 25 हजार रुपये एकमुश्त मिलने पर उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने में यह राशि उनके लिए मददगार साबित होगी। 18 वर्ष की उम्र में यदि उनका विवाह करने की जरूरत पड़े तो यह राशि उनके काम आएगी। शिक्षित युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने में कन्याश्री योजना महत्वपूर्ण साबित हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस कल्याणकारी योजना को लागू करने के लिए संयुक्त राष्ट्र से पुरस्कार मिला है। इस तरह कन्याश्री को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
मुख्यमंत्री ने कन्याश्री योजना लागू होने के 5 वर्ष पूरा होने के मौके पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की जिससे अब राज्य की सभी बच्चियां इस योजना का लाभ पा सकती हैं। पहले डेढ़ लाख रुपये वार्षिक आय वाले परिवार की लड़कियों को ही इस योजना का लाभ मिलता था। 50 लाख शिक्षित युवतियां कन्यश्री योजना का लाभ पा रही हैं। मुख्यमंत्री ने इसका दायरा बढ़ाने के लिए अब परिवार की आय डेढ़ लाख की सीमा हटा दी।
उन्होंने कहा है कि राज्य की सभी लड़कियों को इस योजना का लाभ मिल सके इसके लिए परिवार की आय सीमा हटा दी जाएगी। परिवार की आय सीमा हटा देने के बाद अब राज्य की सभी स्कूली लड़कियां स्वेच्छा से कन्याश्री योजना का लाभ पाने के लिए अपना नाम पंजीकृत करा सकेंगी। हालांकि इससे सरकार पर कुछ आर्थिक बोझ पड़ेगा।
लेकिन सरकार के इस कदम से राज्य की शिक्षित लड़कियां लाभान्वित होती हैं तो यह सरकार का सराहनीय कदम माना जाएगा। दरअसल राष्ट्रीय स्तर पर इस योजना की पहचान मिलने के बाद ममता कुछ ज्यादा ही उत्साहित हैं। उन्होंने ख्रुद कहा है कि सभी शिक्षित युवतियों को इसका लाभ देने के लिए सरकार को अतिरिक्त 200 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। लेकिन सरकार इससे पीछे नहीं हटेगी। मुख्यमंत्री का यह कदम प्रशंसनीय है।