कोलकाता में भीषण अग्निकांड से खाक हुई झुग्गी बस्ती के लोगों से मिलीं CM ममता, मदद का दिया आश्वासन
सात से आठ रसोई गैस सिलिंडर फटने के कारण आग ने ले लिया विकराल रूप दमकल की 25 इंजनों की मदद से देर रात आग पर पाया गया काबू। कोलकाता के बागबाजार स्थित हजारी बस्ती में भयावह आग से भारी नुकसान पहुंचा है और सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं।
राजधानी राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर कोलकाता के बागबाजार इलाके में भीषण आग लगने से जलकर खाक हुई झुग्गी बस्ती के लोगों से गुरुवार को मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनकी झोपड़ियों का निर्माण करवाएगी। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बुधवार शाम आग लगने के बाद करीब 150 झुग्गियों में रहने वाले 700 से ज्यादा लोग बेघर हो गए। बुधवार शाम यहां की हजारी बस्ती में लगी आग पर दमकलकर्मियों ने चार घंटे के प्रयास के बाद 25 दमकल इंजनों की मदद से देर रात काबू पाया। वहीं, ममता गुरुवार को घटनास्थल का दौरा करने पहुंचीं और कहा कि प्रभावित लोगों को उनकी झोपड़ियों के निर्माण तक भोजन और आश्रय की सुविधा मुहैया करायी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान अधिकारियों को प्रत्येक परिवार को पांच किलो चावल, दाल, सब्जियां और बच्चों के लिए दूध मुहैया कराने का निर्देश दिया। ममता ने प्रभावित लोगों से कहा कि झुग्गियों के निर्माण तक उन्हें बागबाजार महिला महाविद्यालय में रखा जाएगा। उन्होंने राज्य की महिला व शिशु कल्याण मंत्री और स्थानीय विधायक शशि पांजा को लोगों के लिए पर्याप्त कंबल भी मुहैया कराने को कहा। इधर सुबह से ही विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने आग से प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और लोगों से बातचीत की।
झुग्गी झोपड़ी में सिलेंडर फटने से लगी आग
गौरतलब है कि बुधवार शाम करीब 6:30 बजे बागबाजार के हजारी बस्ती में एक झोपड़ी में रसोई गैस सिलेंडर के फटने से तेज विस्फोट की आवाज के साथ आग लग गई। बस्ती में ज्यादातर घर बांस और बेंत से बने होने के कारण कुछ ही समय में देखते ही देखते पूरी बस्ती को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान सात से आठ गैस सिलेंडर फटे जिसके कारण पूरी बस्ती व आसपास में आग फैल गई।
आग इतनी विकराल थी कि कई किलोमीटर दूर तक से इसकी लपटें देखी जा रही थी। वहीं, सिलेंडर फटने के कारण आग बुझाने में दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि आग लगने की खबर देने के करीब आधे घंटे बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और देरी से आने के कारण आग ने पूरी बस्ती को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं, दमकल के देरी से पहुंचने से नाराज लोगों ने बुधवार देर शाम पुलिस की पांच गाड़ियों एवं अन्य वाहनों में भी तोड़फोड़ की थी।