आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ क्या हुआ, जानने का लोगों को पूरा हक : ममता
1945 में ताइवान के ताइहोकू में विमान हादसे की बरसी पर ममता ने बोस को किया याद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- नेताजी के साथ क्या हुआ इसके बारे में जानने का लोगों को पूरा हक
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए कहा कि देश के इस महान बेटे के बारे में जानने का लोगों को पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि नेताजी के साथ क्या हुआ हमें अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है।
ममता ने ट्वीट किया, ‘1945 में आज ही के दिन नेताजी ताइवान के ताइहोकू हवाईअड्डे से एक उड़ान से रवाना हुए और हमेशा के लिए गायब हो गए। हमें अभी भी नहीं पता कि उनके साथ आखिर क्या हुआ। धरती के महान सपूत के बारे में जानने का लोगों को पूरा अधिकार है।’ उल्लेखनीय है कि इस घटना के 75 साल पूरे हो गए हैं लेकिन अभी भी नेताजी की गुमशुदगी व मौत के रहस्यों से पर्दा नहीं उठ पाया है।
भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी बोस के परिवार के एक वर्ग व कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि नेताजी की ताईहोकू एयरपोर्ट पर 18 अगस्त, 1945 को हुए विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी। हालांकि, परिवार के एक अन्य वर्ग व बड़ी संख्या में शोधकर्ताओं व उनके प्रशंसक विमान दुर्घटना में उनकी मौत के दावे को खारिज करते आए हैं। केंद्र सरकार की ओर से भी आधिकारिक रूप से उनकी मौत को लेकर स्पष्ट नहीं किया गया है।
नेताजी के लापता होने की सच्चाई का पता लगाने के लिए कई आयोग भी बने। सुप्रीम कोर्ट के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश एमके मुखर्जी के नेतृत्व में 1999 में मुखर्जी आयोग ने नेताजी की कथित गुमशुगदी को लेकर 6 साल तक लंबी जांच की।आयोग ने यह निष्कर्ष निकाला कि नेताजी को दुश्मनों से बचाने के लिए हवाई दुर्घटना के सिद्धांत को गढ़ा गया।
. मनमोहन सिंह की सरकार ने 2006 में इस आयोग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया। इधर, बंगाल सरकार ने 2015 में नेताजी पर आधारित 64 गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करते हुए लोगों के लिए उपलब्ध कराया। वहीं, केंद्र सरकार ने भी नेताजी से जुड़ी कई फाइलों को सार्वजनिक किया।