ममता ने कहा: चुनाव से पहले ही क्यों हुआ हमला, खुफिया रिपोर्ट के बावजूद क्यों नहीं की गई कार्रवाई
ममता ने कहा मैं भी चाहती हूं कि पुलवामा के दोषियों को सजा मिले सरकार अपना काम करे क्योंकि आतंक का कोई जात धर्म नहीं होता।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। पुलवामा हमले को लेकर तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल खड़े किए हैं। सुश्री बनर्जी ने कहा है कि चुनावों से ठीक पहले ही इस तरह का हमला क्यों हुआ है? उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया, जब केंद्र के पास 8 फरवरी को ही खुफिया रिपोर्ट थी कि आम चुनाव 2019 से पहले इस तरह का हमला हो सकता है तो फिर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? क्यों 78 गाडि़यों का काफिला जाने दिया गया?
केंद्र सरकार पर आरोप लगाता हुए ममता ने कहा कि मेरे पास भी खुफिया रिपोर्ट हैं कि मेरा फोन हमेशा टेप किया जाता है, जैसा आप सभी जानते हैं और मैं समय आने पर इसका सबूत भी दे दूंगी। ममता ने कहा कि सरकार को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया है।
राजनीति कर रहे हैं संघ व भाजपा
पुलवामा को लेकर भाजपा व संघ पर राजनीति करने का आरोप लगाता हुए ममता ने कहा कि हमले के इतने दिनों बाद भी हमने कुछ नहीं कहा क्योंकि हम चाहते थे कि यह लड़ाई साथ मिल कर लड़ेंगे। अब देख रही हूं कि हम चूप बैठे हैं और मोदी, शाह भाषण दे रहे हैं, ऐसा लग रहा है केवल वे ही देश प्रेमी हैं बाकी सबों को देश से प्रेम नहीं है लेकिन उन्हें याद रखना होगा कि अगर इस मौके पर भाजपा-आरएसएस ने दंगे की कोशिश की तो देश माफ नहीं करेगा।
राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोगों की संवेदना से हो रहा खिलवाड़
ममता ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद कुछ हिन्दूवादी संगठनों की ओर से राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए लोगों की संवेदना का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से देख रही हूं रात 12-1 बजे के बाद राष्ट्रीय ध्वज लेकर आरएसएस के लोग रास्ते पर उतर जा रहे हैं। देश प्रेम के नाम पर लोगों को धमकाया जा रहा है। बेहला और बनगांव व अन्य कुछ जगहों से ऐसी शिकायतें मिली है। ऐसे लोगों से मैं कहना चाहूंगी कि हमें किसी से भी देशप्रेम सीखने की आवश्यकता नहीं है।
बंगाल में दंगा भड़काना की हो रही साजिश
ममता ने ये भी आरोप लगाया है कि भाजपा और संघ बंगाल में दंगा फैलाने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला दुखद है लेकिन इस मौके का फायदा उठाकर यदि संघ और भाजपा राज्य में दंगा फैलाना की जुगत में है तो हम इस कोशिश को कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि बंगाल शांतिप्रिय प्रदेश है मैं लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का आग्रह करुंगी साथ ही प्रशासन से ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटने को कहूंगी। उन्होंने कहा कि मैं भी चाहती हूं कि पुलवामा के दोषियों को सजा मिले सरकार अपना काम करे क्योंकि आतंक का कोई जात धर्म नहीं होता।