बंगाल में आज एक दूसरे के गढ़ में ताल ठोकेंगे ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी
Bengal Vidhaan sabha Chunav 2021 बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी बढ़ती ही जा रही है। आज ममता बनर्जी नंदीग्राम में सभा करेंगी तो दक्षिण कोलकाता में उनके गढ़ माने जाने वाले दक्षिण कोलकाता में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी रोड शो करेंगे ।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच सोमवार का दिन बेहद ही हाई वोल्टेज रहने वाला है जब यहां की राजनीति के दो दिग्गज एक दूसरे के गढ़ में ताल ठोकेंगे। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी के भाजपा में पिछले महीने शामिल होने के बाद उनके गढ़ नंदीग्राम में पहली बार सोमवार को रैली करने जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी इस दिन ममता बनर्जी के गढ़ माने जाने वाले दक्षिण कोलकाता में एक रोड शो करेंगे।
उनके साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष समेत भाजपा के कई और बड़े नेता मौजूद रहेंगे। टॉलीगंज से रासबिहारी तक ये रोड शो होने वाला है। वहीं, दोनों दिग्गज नेताओं के एक दूसरे के गढ़ में रैली व रोड शो को लेकर काफी सियासी गहमागहमी है और सबकी नजरें इस पर टिकीं हुई है। इधर, नंदीग्राम से ममता बनर्जी सुवेंदु अधिकारी व अधिकारी परिवार को लेकर क्या बोलतीं हैं इसपर सबकी नजरें हैं।
वहीं, सुवेंदु के पार्टी छोड़ने के बाद नंदीग्राम में ममता की इस रैली को सफल बनाने के लिए पूर्व मेदिनीपुर जिले में तृणमूल के नेता व कार्यकर्ता जी जान से जुटे हुए हैं। गौरतलब है कि पहले तृणमूल कांग्रेस की तरफ से नंदीग्राम में ममता बनर्जी की रैली सात जनवरी को नंदीग्राम दिवस के दिन ही होने के बारे में घोषणा की गई थी। लेकिन तृणमूल के जिला को-ऑर्डिनेटर व विधायक अखिल गिरी कोरोना से पीड़ित हो गए और इस वजह से ममता की रैली को टाल दिया गया। हालांकि, तृणमूल के वरिष्ठ नेता सुब्रत बक्शी, मंत्री फिरहाद हकीम और वरिष्ठ सांसद सौगत राय नंदीग्राम दिवस के दिन यहां आयोजित रैली में शामिल हुए थे।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे सुवेंदु अधिकारी ने पिछले महीने 19 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में मेदिनीपुर में आयोजित सभा के दौरान एक तृणमूल सांसद व सात विधायकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था। भाजपा में शामिल होने के बाद सुवेंदु ने आठ जनवरी को नंदीग्राम में रैली की थी। ममता बनर्जी सात तारीख को रैली करने वालीं थी, इसको ध्यान में रखते हुए ही सुवेंदु की रैली आठ तारीख को रखी गई थी। हालांकि 'दीदी' की रैली सात तारीख को नहीं हुई। इधर, तृणमूल के बड़े नेता जहां भी रैली कर रहे हैं, सुवेंदु अधिकारी को 'विश्वासघाती' और 'मीरज़ाफर' बताकर निशाना साध रहे हैं। वहीं, सुवेंदु भी तृणमूल व ममता बनर्जी के परिवार पर लगातार हमला बोल रहे हैं।