ममता बनर्जी ने कहा- मतुआ समुदाय के लोग देश के ही नागरिक, बंगाल में लागू नहीं होने दूंगी एनआरसी
मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा- भाजपा मतुआ समुदाय को गुमराह करने की कोशिश कर रही उसकी बातों का अनुसरण करने पर विदेशी बनना पड़ जाएगा। ममता ने आगे कहा-मतुआ समुदाय के विकास के लिए बोर्ड का गठन किया जा रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मतुआ समुदाय के लोगों को देश का नागरिक करार देते हुए फिर कहा कि वे बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू नहीं होने देंगी। सोमवार को नदिया जिले के राणाघाट के हबीबपुर अंचल में जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा-'मतुआ समुदाय के लोग 50-70 साल से बंगाल में रह रहे हैं। कुछ तो आजादी से भी पहले से यहां हैं। वे पहले से ही यहां के नागरिक हैं। किसी से उसकी नागरिकता छीनना इतना आसान नहीं है। हम बंगाल में एनआरसी लागू होने नहीं देंगे।
भाजपा मतुआ समुदाय को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उसकी बातों का अनुसरण करने पर विदेशी बनना पड़ जाएगा। ममता ने आगे कहा-'मतुआ समुदाय के विकास के लिए बोर्ड का गठन किया जा रहा है। इसी तरह नम:शुद्र, राजवंशी व कामतापुरी समुदाय के लोगों के लिए भी बोर्ड गठित होगा।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की भाजपा की तुलना
ममता ने भाजपा की तुलना पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से करते हुए कहा कि दोनों में कोई फर्क नहीं है। भाजपा हारने पर भी जीत का दावा करेगी। भाजपा के सूबे की सत्ता पर आने पर सोनार बांग्ला गढ़ने के दावे पर ममता ने कहा-'सोनार बांग्ला गढ़ने को अब कुछ बाकी नहीं रह गया है। अब तो विश्व बांग्ला तैयार किया जा रहा है। भाजपा नेताओं के बंगाल दौरे पर मुख्यमंत्री ने कहा-'वे पांच सितारा होटल का खाना साथ लेकर चलते हैं और बोतलबंद पानी पीते हैं। रास्ते की धूल फांकना इतना आसान नहीं है।
भाजपा वाशिंग मशीन, उसमें शामिल होते ही साफ हो जाते हैं सभी
भाजपा पर कटाक्ष करते हुए ममता ने कहा-'भाजपा वाशिंग मशीन की तरह है। उसमें कोई भ्रष्टाचार नहीं है। उस दल में जाते ही सभी साफ हो जाते हैं। चुनाव नजदीक आने पर भाजपा नौकरी और रुपये देने की बात करती है और चुनाव खत्म होते ही डमरु बजाकर भाग जाती है।Ó
नए कृषि कानूनों को वापस ले केंद्र
'जय जवान, जय किसानÓ का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए ममता केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। ममता ने कहा केंद्र नए कृषि कानूनों को अविलंब वापस ले। ममता ने ट्वीट किया-'पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। उन्होंने हमें जय जवान, जय किसान का प्रेरणादायी नारा दिया था।
हमें हमारे किसान भाई-बहनों पर गर्व है। किसान हमारे देश के नायक हैं। केंद्र को किसान विरोधी कानूनों को तुरंत वापस लेना चाहिए। दूसरी तरफ बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव लाने का बंगाल सरकार का निर्णय विधानसभा चुनाव को देखते हुए लोगों को मूर्ख बनाने की चाल है। अगर बंगाल सरकार किसानों को लेकर चिंतित है तो वह नए कृषि कानूनों को लागू करने में बाधा क्यों उत्पन्न कर रही है? किसानों का भरोसा खोने के कारण मुख्यमंत्री बंगाल में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना लागू करने को लिए राजी हुई हैं।