Money Laundering Case: ममता की बहू रुजिरा ने ईडी के सामने पेश होने से किया इन्कार, बोलीं- बच्चों को लेकर नहीं आ सकती दिल्ली
Money Laundering Case मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा ईडी के सामने नहीं हुई पेश कहा- जो भी पूछताछ करनी है वह कोलकाता स्थित उनके आवास पर आकर करें।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी ने प्रवर्तन निदेशालय के सामने बुधवार को पेश होने इन्कार कर दिया। रुजिरा को कोयला घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय में जांच अधिकारियों के सामने हाजिर होना था। उन्होंने अपने वकील के माध्यम से ईडी को सूचित कर कहा कि वह दिल्ली नहीं आ सकती हैं। ईडी को जो भी पूछताछ करनी है वह कोलकाता स्थित उनके आवास पर ही की जाए। रुजिरा ने कहा कि उनके दो छोटे बच्चे हैं, जिनके साथ कोरोना के समय में दिल्ली का सफर करना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए, उनसे कोलकाता में ही पूछताछ की जाए।
कोयला घोटाले मामले में रुजिरा व अभिषेक को ईडी ने भेजा था समन
बता दें कि अभिषेक बनर्जी व उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी को ईडी की ओर से राज्य में कथित कोयला घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग के कथित आरोपों को लेकर समन जारी किया गया था। रुजिरा को बुधवार को दिल्ली स्थिति ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए पेश होना था जबकि अभिषेक बनर्जी को छह सितंबर को पेश होना है। अभिषेक बनर्जी लोकसभा में डायमंड हार्बर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।
करोड़ों रुपये का कोयला चोरी का है आरोप
प्रवर्तन निदेशालय ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की नवंबर, 2020 की एक प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया था। सीबीआइ की प्राथमिकी में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है।
ईडी ने अभी तक की जांच में पाया है कि अभिषेक बनर्जी व रुजिरा ने अपनी कंपनियों में ऐसी कंपनियों और उनसे जुड़े लोगों के फंड ट्रांसफर करवाए हैं जो कोयला घोटाले में शामिल रहे हैं। इस मामले में अनूप माजी उर्फ लाला मुख्य संदिग्ध है। ईडी ने पहले दावा किया था कि अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं, जबकि उन्होंने सभी आरोपों से इन्कार किया है।