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नवाचार व रचनात्मकता का लक्ष्य हो विश्व शांति : ममता

विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे विश्व शाति के लिए इस्तेमाल करने की नसीहत दी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 05:00 AM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 06:37 AM (IST)
नवाचार व रचनात्मकता का लक्ष्य हो विश्व शांति : ममता
नवाचार व रचनात्मकता का लक्ष्य हो विश्व शांति : ममता

जागरण संवाददाता, कोलकाता : विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे विश्व शाति के लिए इस्तेमाल करने की नसीहत दी है। रविवार को ममता ने ट्विटर पर लिखा-आज विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस (डब्ल्यूसीआइडी) है। आइए हम सभी रचनात्मक सोच को बढ़ावा दें। मैं अपनी युवा पीढ़ी से आह्वान करती हूं कि वे इस दुनिया को जीने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए कला के साथ-साथ प्रौद्योगिकी में भी नवाचार को अपनाएं। विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस पहली बार 21 अप्रैल 2018 को मनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र में इसे मंजूरी दी थी जिसके बाद दुनिया भर के देशों ने अपनाया था।

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देश के विकास में सिविल सेवा की अहम भूमिका

जासं, कोलकाता: सिविल सेवा दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिविल सेवा से जुड़े अधिकारियों के देश के विकास में बड़ी भूमिका होने का दावा किया। रविवार को ट्विटर पर मुख्यमंत्री ने लिखा कि आज सिविल सेवा दिवस पर सभी को मेरी शुभकामनाएं। सिविल सेवा के सदस्य सरकार की नीतियों को लागू करने और यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि लोगों को विकास की पहल का लाभ मिले। हमें अपनी सिविल सेवाओं पर गर्व है।

सिविल सेवा दिवस/लोक सेवा दिवस 21 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिन अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को उनकी सर्वश्रेष्ठ सेवा के लिए पुरस्कृत किया जाता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा, राज्य प्रशासनिक सेवा के सदस्यों द्वारा अपने आप को नागरिकों के लिए एक बार पुन: समर्पित और फिर से वचनबद्ध करना। इस अवसर पर केंद्रीय और राज्य सरकारों के सभी अधिकारियों को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया जाता है।


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