ममता की चीन व अमेरिकी दोनों विदेश दौरेे के रद होने के क्या हैं कोई राजनीतिक कारण
कारण चाहे जो भी हो लेकिन चीन के बाद ममता का अमेरिका दौरा रद होने का सरकार स्वभाविक घटना नहीं मान रही है।
कोलकाता,जेएनएन। तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आठ दिवसीय चीन दौरा रद होने के बाद उनका अमेरिका दौरा भी रद हो गया है। पिछले तीन दिनों में दो देशों का दौरा रद होना चर्चा का विषय बन गया है। ममता की इन दोनों विदेश यात्राओं के रद होने पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
इसलिए कि मुख्यमंत्री का चीन दौरा हो या अमेरिकी दौरा दोनों विदेश मंत्रालय से जुड़ा है। चीन दौरा में तो ममता को अंतिम समय तक वहां के सरकारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक होनी है या नहीं यह सूचना यात्रा के कुछ घंटे पहले तक नहीं दी गई, जिसके बाद उन्होंने अपनी यात्रा को रद कर दिया। हालांकि, मुख्यमंत्री का पूर्व निर्धारित अमेरिका दौरा रद होना चीन से अलग है। क्योंकि, इस दौरे को ममता नहीं बल्कि आयोजक ने ही कार्यक्रम को रद कर दिया है।
रामकृष्ण मिशन ने अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद के संबोधन के125 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुश्री बनर्जी को आमंत्रित किया था। ममता ने न्योता स्वीकार किया था और 26 अगस्त को शिकागो जाने की तैयारी भी कर रही थीं, लेकिन अचानक विवेकानंद वेदांत सोसायटी आफ शिकागों ने 11 जून को मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर सूचित किया कि विवेकानंद के सर्वधर्म सम्मेलन में दिए भाषण के 125 वर्ष पूरे होने पर 26 अगस्त को होनेवाला कार्यक्रम रद कर दिया गया है।
संस्था के अध्यक्ष स्वामी ईश्वरानंद ने सरकार को बताया है कि रामकृष्ण मिशन के स्वामी अभिरामानंद का शव 8 जून के बेलूर में गंगा किनारे पाए जाने के बाद उक्त कार्यक्रम को रद करना पड़ा है, लेकिन प्रशासनिक हलकों में इसे सहज तौर पर नहीं लिया जा रहा है।
इसके पीछे राजनीतिक कारण भी खोजा जा रहा है और जो बातें छन कर आ रही हैं उसमें कुछ हद सच्चाई होने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी उसी समय शिकागो जाने का कार्यक्रम है। वह भी एक अलग संस्था द्वारा विवेकानंद के भाषण के 150 वर्ष पूरे होने पर शिकागो में आयोजित कार्यक्रम मे भाषण देंगे।
हिंदू अनिवासी भारतीयों के एक संगठन द्वारा शिकागो में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को शामिल होना है। ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी एक दूसरे कार्यक्रम में शिकागों में रहेंगी तो यह सही नहीं होगा। अब कारण चाहे जो भी हो लेकिन चीन के बाद ममता का अमेरिका दौरा रद होने का सरकार स्वभाविक घटना नहीं मान रही है।