कोरोना संकट को लेकर 22 को होने वाली विपक्ष की बैठक में लूंगी भागः ममता
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोरोना महामारी की स्थिति और लॉकडाउन के प्रभाव पर चर्चा के लिए कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में अपनी भागीदारी की
राज्य ब्यूरो,कोलकाताः बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोरोना महामारी की स्थिति और लॉकडाउन के प्रभाव पर चर्चा के लिए कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में अपनी भागीदारी की पुष्टि की। प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा और श्रम कानूनों में बदलाव पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को समान विचारधारा वाले दलों की बैठक बुलाई है।
ममता ने मंगलवार को नवान्न में वीडियो कांफ्रेंसिंग में संवाददाताओं से कहा, हां, वर्तमान कोरोना संक्रमण स्थिति और लॉकडाउन प्रभाव पर चर्चा के लिए शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विपक्षी दलों की एक बैठक होगी। विभिन्न विपक्षी शासित राज्यों ने प्रवासी संकट से निपटने के लिए केंद्र की आलोचना की है। 25 मार्च से शुरू हुए कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हो गए, देशभर में हजारों प्रवासी कर्मचारी साइकिल या ट्रकों में बंद होकर अपने मूल स्थानों पर लंबी और कठिन यात्रा कर रहे हैं।
उनमें से कई देश के विभिन्न हिस्सों में दुर्घटनाओं में मारे गए हैं। तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जिस तरह से केंद्र राज्यों पर हर चीज के लिए दोष मढ़ने की कोशिश कर रहा है यह अस्वीकार्य है। यह सेंट्रल के अचानक लॉकडाउन करने कारण है,प्रवासी मजदूरों को समस्या हो रही है। विपक्षी दल शुक्रवार को दोपहर 3 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक करेंगे ताकि अगले कदम पर चर्चा की जा सके और संकट से बेहतर तरीके से निपटा जा सके। इस बैठक में गैरभाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री के अलावे एनसीपी प्रमुख शरद पवार,डीएमक के प्रमुख एमके स्टालिन भी भाग लेंगे। कहा जा रहा है कि असल में मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दलों के प्रमुख एकजुट हो रहे हैं।