Mamata Benerjee Rally: नड्डा के काफिले पर हमले को ममता ने बताया ड्रामा, हिटलर-मुसोलिनी से की तुलना
JP Nadda convoy attack भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर गुरुवार को हुए हमले पर सवाल उठाते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे नौटंकी करार दिया। उन्होंने कहा नाटक के जरिए भाजपा लोगों को रैली तक नहीं ला सकी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर गुरुवार को हुए हमले पर सवाल उठाते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे नौटंकी करार दिया। उन्होंने कहा, नाटक के जरिए भाजपा लोगों को रैली तक नहीं ला सकी। वह खुद ही पब्लिसिटी के लिए योजना बनाती है, और अपने लोगों पर हमले करवाती है। उन्होंने सवाल किया कि कैसे घटना के वीडियो तैयार किए गए, साथ ही बीएसएफ और सीआरपीएफ के रहते कोई आपको कैसे छू सकता है?
#WATCH They (BJP) has no other work. At times Home Minister is here, other times its Chaddha, Nadda, Fadda, Bhaddha is here. When they've no audience, they call their workers for doing Nautanki: West Bengal CM Mamata Banerjee addressing a public rally in Kolkata pic.twitter.com/uXrIyhdrj2
— ANI (@ANI) December 10, 2020
ममता ने भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हुए हमले की घटना पर कटाक्ष करते हुए इसकी हिटलर व मुसोलिनी तक से तुलना कर दी। उन्होंने कहा कि इसी तरह हिटलर हिटलर बन गया। वे हर चीज की योजना बना रहे हैं, अपने खुद के वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं और उन्हें मीडिया को भेज रहे हैं तथा मीडिया उन्हें पूरे दिन चला रहे हैं। यह उनकी आवाज नहीं है। वे सब के सब खरीदे गए हैं।
लोकतांत्रिक नियमों और संघीय ढांचों का पालन नहीं कर रही मोदी सरकार : ममता
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में तृणमूल कांग्रेस के तीन दिन के धरना प्रदर्शन के अंतिम दिन गुरुवार को पार्टी प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार लोकतांत्रिक नियमों और संघीय ढांचों का पालन नहीं कर रही है। नए संसद भवन की आलोचना करते हुए ममता ने कहा कि नए संसद भवन की कोई जरुरत नहीं थी। यह पैसा अभी किसानों को दिया जाना चाहिए।
केंद्र सरकार के कई फैसले सवालों के घेरे में
ममता ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मनमर्जी से लिए गए कई फैसले सवालों के घेरे में हैं। नोटबंदी, लॉकडाउन आदि को देश पर थोप दिया गया और यह फैसला लेने से पहले किसी तरह का भी विचार-विमर्श नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भेदभाव की राजनीतिक कर के देश को नुकसान पहुंचाया है। ममता ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी किसानों के हितों के विरुद्ध तीन कृषि कानून लेकर आए हैं। इससे कॉरपोरेट घराने अपनी इच्छानुसार किसानों की उपज ले सकेंगे।
कोलकाता में गांधी मूर्ति के समक्ष तृणमूल के धरने के तीसरे व अंतिम दिन ममता ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के आंदोलन को भुनाने के लिए वे (केंद्र सरकार) नौटंकी करेंगे ...। वे कहेंगे कि पाकिस्तान हम पर हमला कर रहा है...। उनके पास विरोध-प्रदर्शनों को रोकने के लिए ऐसे कई खेल हैं।
आरएसएस पर बोला जोरदार हमला
ममता ने इस दौरान आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं उसे (आरएसएस) को हिंदू धर्म का धारक नहीं मानती। हम गांधीजी के हत्यारों को फॉलो नहीं करते। हम स्वामी विवेकानंद के हिंदू धर्म का अनुसरण करते हैं।
'मुझसे हिसाब लेने से पहले पीएम केयर्स फंड का हिसाब दो'
भाजपा नेताओं द्वारा उनसे हिसाब मांगने पर पलटवार कर ममता ने कहा कि पीएम केयर्स फंड का पहले केंद्र को हिसाब देना चाहिए। उन्होंने पूछा- पीएम केयर्स फंड का क्या हुआ। इस फंड का ऑडिट क्यों नहीं किया गया?