Move to Jagran APP

West Bengal:दुआरे सरकार शिविर में आने वालों में से 78 फीसद लोगों को मिला है लाभ : ममता

अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले तृणमूल कांग्रेस सरकार ने राज्य सरकार की 11 जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए पिछले महीने दुआरे सरकार कार्यक्रम शुरू किया था। राज्य भर में एक दिसंबर से शिविर लगाए गए हैं जो 30 जनवरी तक काम करेंगे।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 09:50 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 09:50 PM (IST)
West Bengal:दुआरे सरकार शिविर में आने वालों में से 78 फीसद लोगों को मिला है लाभ : ममता
ममता का दावा दुआरे सरकार कार्यक्रम से लोगों की मिल रही बहुत अच्छी प्रतिक्रिया

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार द्वारा चलाए जा रहे दुआरे सरकार शिविरों में आए 2.5 करोड़ लोगों में से करीब 78 फीसद लोगों को कार्यक्रम का लाभ मिला है। इस साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले तृणमूल कांग्रेस सरकार ने राज्य सरकार की 11 जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए पिछले महीने दुआरे सरकार कार्यक्रम शुरू किया था। राज्य भर में जगह-जगह पर एक दिसंबर से शिविर लगाए गए हैं जो 30 जनवरी तक काम करेंगे।

loksabha election banner

ममता ने कहा कि स्वास्थ्य साथी कार्यक्रम के तहत उनकी सरकार 10 करोड़ आबादी को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा रही है और छात्रवृत्ति के जरिए युवाओं को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। स्वास्थ्य साथी योजना के तहत प्रत्येक परिवार को हर साल पांच लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुविधा पाने का अधिकार है। ममता ने राज्य सचिवालय नवान्न में सभी जिलों के डीएम व एसपी के साथ बुधवार को द्वारे सरकार कार्यक्रम एवं जन कल्याण योजनाओं को लेकर वर्चुअल समीक्षा बैठक की। इसमें मुख्य सचिव, गृह सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

बैठक में ममता ने वित्तपोषण करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अधिकारियों, राजनयिकों, वरिष्ठ पत्रकारों सहित अन्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा, दुआरे सरकार शिविरों के माध्यम से जिलों में लोगों को सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य सरकार जमीनी स्तर पर जा रही है। उन्होंने दावा किया कि दुआरे सरकार कार्यक्रम का लोगों की ओर से बहुत ही अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। वहीं, केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना से तुलना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उसमें अनुदान राशि 60 अनुपात 40 (केंद्र व राज्य का) है जबकि स्वास्थ्य साथी कार्यक्रम पर आने वाला पूरा खर्च बंगाल सरकार उठाती है। उन्होंने कहा, हमने कोविड-19 और चक्रवात एम्फन का प्रभावी तरीके से मुकाबला किया है और वर्तमान में राज्य में कुछ ही लोग संक्रमण से प्रभावित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल के डॉक्टर बहुत प्रतिभाशाली और दक्ष हैं। 

ममता का दावा, 100 दिनों के कार्य में बंगाल अव्वल 

ममता ने इस दौरान यह भी दावा किया कि मनरेगा योजना यानी 100 दिनों के कार्य में बंगाल अव्वल है। उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन के दौरान बंगाल वापस आए लोगों में से 64 लाख प्रवासी श्रमिकों को काम दिया गया। वहीं, इस मौके पर ममता ने राज्य सरकार की ओर से शुरू किए गए चोखेर आलो योजना के तहत वितरण किए जाने वाले 50 हजार से ज्यादा चश्मा वितरण की भी शुरुआत की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.