माझेरहाट हादसे में उजागर हुई आठ लोगों की लापरवाही
माझेरहाट पुल हादसे की जांच के लिए गठित कमेटी ने जो रिपोर्ट जमा दी है उसमें लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पांच इंजीनियरों और वित्त विभाग के तीन अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है।
-जांच रिपोर्ट में सामने आए पांच इंजीनियरों व तीन अधिकारियों के नाम
-आज अथवा कल से शुरू हो सकता है नए पुल का निर्माण कार्य
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जागरण संवाददाता, कोलकाता : माझेरहाट पुल हादसे की जांच के लिए गठित कमेटी ने जो रिपोर्ट जमा दी है उसमें लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पांच इंजीनियरों और वित्त विभाग के तीन अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है। राज्य सचिवालय नवान्न सूत्रों के अनुसार जांच में तीन डिवीजन के पांच इंजीनियरों की लापरवाही सामने आई है, जिनमें दक्षिण कोलकाता डिवीजन, अलीपुर डिवीजन भी शामिल है। कहा गया है कि आरोपितों के खिलाफ सरकार कदम उठाएगी।
उल्लेखनीय है कि गत 4 सितंबर को माझेरहाट पुल का एक हिस्सा ढह गया था, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी। उत्तर बंगाल का दौरा बीच में छोड़कर लौटी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांच के लिए मुख्य सचिव मलय दे के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की थी। सूत्रों के मुताबिक कमेटी ने जो रिपोर्ट जमा की है, उसमें कहा गया है कि 2016 में माझेरहाट ब्रिज के जीर्णोद्धार के लिए आवेदन जमा किया गया था लेकिन वित्तीय मंजूरी नहीं दी गई। आरोपित इंजीनियरों का दावा है कि बार-बार कहने के बावजूद वित्त विभाग के अधिकारियों ने वित्तीय मंजूरी नहीं दी। सवाल यह है कि यदि वित्तीय मंजूरी नहीं भी मिली तो फिर इंजीनियरों ने इसकी जानकारी विभागीय मंत्री अरूप विश्वास को क्यों नहीं दी? इस पर इंजीनियरों का जवाब संतोषजनक नहीं है।
गौरतलब है कि पहले मुख्यमंत्री से लेकर अन्य मंत्रियों ने पुल गिरने को लेकर वहां मेट्रो परियोजना के लिए चल रहे काम को जिम्मेदार ठहराया था लेकिन शुक्रवार को ममता ने माना कि इसके पीछे पीडब्ल्यूडी की लापरवाही है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि 2016 में पीडब्ल्यूडी ने माझेरहाट पुल के बारे में जानकारी दी थी लेकिन इसकी मरम्मत का काम शुरू नहीं किया गया। ऐसे में वह इस हादसे के जिम्मेदार है।
ममता ने यह भी कहा था कि माझेरहाट में एक साल के भीतर नया फ्लाइओवर तैयार किया जाएगा। इसे लेकर राज्य सरकार ने रेलवे की मंजूरी प्राप्त करने के लिए चिट्ठी लिखी है। अनुमति मिलने के बाद रविवार अथवा सोमवार से नए पुल निर्माण का काम शुरू हो सकता है।