West Bengal :पर्यावरण संरक्षण के लिए उद्योग नहीं, पौधे लगाने को तैयार किया गया विशाल लैंड बैंक
पर्यावरण संरक्षण सुंदरवन की हरियाली बचाने के लिए बंगाल सरकार ने की अनूठी पहल कुल 2520 हेक्टेयर भूमि पर लगाए जाएंगे पांच करोड़ पौधे परियोजना पर खर्च होंगे 15 करोड़।
कोलकाता , विशाल श्रेष्ठ। सरकारें अमूमन उद्योगों की स्थापना को भूमि प्रदान करने के लिए लैंड बैंक तैयार करती हैं, लेकिन बंगाल सरकार ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए पौधारोपण के लिए विशाल लैंड बैंक तैयार किया है। यह अभिनव पहल सूबे के दक्षिण 24 परगना जिले में की गई है, जिसके तहत दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव फॉरेस्ट सुंदरवन आता है।
दरअसल सुंदरवन की हरियाली को बचाने के लिए ही यह कदम उठाया गया है। गौरतलब है कि हाल में आए सुपर साइक्लोन 'एम्फन' से सुंदरवन की हरियाली को व्यापक क्षति पहुंची है। हजारों की तादाद में पेड़-पौधे उखड़ गए। सरकार ने वहां पांच करोड़ पौधे लगाकर इस नुकसान की भरपाई करने की योजना बनाई है। इतनी बड़ी तादाद में पौधे लगाने के लिए विशाल भूखंड चाहिए, इसलिए सुंदरवन के विभिन्न प्रखंडों में सुनियोजित तरीके से भूमि का चयन कर यह लैंड बैंक तैयार किया गया है।
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी डॉ.पी. उलागानाथन ने बताया-'यह बंगाल में अब तक का सबसे बड़ा पौधारोपण अभियान होग। हम हर साल करीब 400 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण करते हैं लेकिन इस बार लैंड बैंक तैयार करके 2,520 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण किया जाएगा। पौधे लगाने के काम में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत प्रवासी श्रमिकों को लगाया जाएग, जिससे 8.82 लाख कार्य दिवस का भी सृजन होगा। इस परियोजना पर 15 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। पौधारोपण अगस्त से शुरू होगा और नवंबर तक चलेगा।' जिलाधिकारी ने आगे कहा-'बीज के संग्रह के काम में सुंदरवन के स्वयंसेवी समूहों को लगाया जाएगा, जो टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट से बीज लाकर उन्हें नावों के जरिए विभिन्न प्रखंडों में पहुंचाएंगे। इस बाबत 100 नौकाएं किराए पर ली जाएंगी।'
इन प्रखंडों में तैयार किया गया है लैंड बैंक
सुंदरवन के 11 प्रखंडों में कुल 2,,520 हेक्टेयर जमीन को लेकर लैंड बैंक तैयार किया गया है। काकद्वीप प्रखंड की 121 हेक्टेयर, जयनगर-2 की 61 हेक्टेयर, मथुरापुर-2 की 145.12 हेक्टेयर, सागर की 135 हेक्टेयर, बासंती की 239.70 हेक्टेयर, कैनिंग-1व 2 की क्रमशः 248.38 व 120 हेक्टेयर, गोसाबा की 447 हेक्टेयर, नामखाना की 110 हेक्टेयर, कुलतली की 460 हेक्टेयर और पाथरप्रतिमा की 132.80 हेक्टेयर भूमि को लेकर यह लैंड बैंक है। इसके अलावा 300 हेक्टेयर की वनभूमि भी इसमें शामिल है। प्रखंड विकास अधिकारियों ने लैंड बैंक के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में भूमि चिन्हित की हैं।
जिलाधिकारी ने बताया-'सुंदरवन के कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां सिर्फ भाटे के समय ही पौधारोपण किया जा सकता है इसलिए वहां इस काम के लिए रोज चार घंटे का ही वक्त मिलेगा।उसी समय में हमें अपने काम को अंजाम देना होगा।' प्रायोगिक तौर पर 35 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस काम में जिलाधिकारी खुद जुटे हुए हैं।