कोलकाता पुलिस ने धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के मामले में वरिष्ठ आइआरएस अधिकारी को जारी किया समन
27 नवंबर को कोलकाता पुलिस मुख्यालय में हाजिर होने का निर्देश मामले में पिछले हफ्ते एक लेखा फर्म के मालिक को किया गया था गिरफ्तार सीआरपीसी की धारा 160 के तहत आइआरएस अधिकारी को समन जारी किया है। उन्हें अधिकारियों के सामने हाजिर होना पड़ेगा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। महानगर की पुलिस ने धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के एक मामले में भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी को समन जारी किया है। मामला 2017 का है। इस मामले में आइआरएस के एक और वरिष्ठ अधिकारी नीरज सिंह मुख्य आरोपित हैं। मामले में एक लेखा फर्म के मालिक भी सह-आरोपित हैं, जिन्हें पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था।
आइआरएस अधिकारी को समन भेजकर आगामी 27 नवंबर को कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार में हाजिर होने को कहा गया है। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा-'हमने सीआरपीसी की धारा 160 के तहत आइआरएस अधिकारी को समन जारी किया है। उन्हें अगले शुक्रवार को मामले की जांच कर रहे अधिकारियों के सामने हाजिर होना पड़ेगा।
गौरतलब है कि नीरज सिंह को इस महीने की शुरुआत में समन भेजा गया था। इस मामले में उनका नाम आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। वहीं लेखा फर्म के मालिक और पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट को गत शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ हेयर स्ट्रीट थाने में धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई गई थी। उसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।
एक पुलिसकर्मी ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि आइआरएस अधिकारी नीरज सिंह 2017 में कोलकाता में आयकर विभाग से जुड़े हुए थे। उन्होंने विभिन्न कंपनियों में फंड जमा करके रखने के लिए उक्त चार्टर्ड अकाउंटेंट का 'मिडिल मैनÓ के तौर पर इस्तेमाल किया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आगामी 27 नवंबर को तलब किए गए आइआरएस अधिकारी से मामले को लेकर विस्तार से पूछताछ की जाएगी। इस बाबत सवालों का एक लंबा चिट्ठा तैयार किया गया है। जिरह में मामले से जुड़े कई महत्वपूर्ण तथ्य हाथ लगने की उम्मीद है।