मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंटरनेट मीडिया पर जान से मारने की धमकी देने वाले प्रोफेसर को पुलिस ने हिरासत में लिया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंटरनेट मीडिया पर कथित तौर पर जान से मारने की धमकी देने वाले प्रोफेसर अरिंदम भट्टाचार्य को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बालीगंज साइंस कालेज के प्रोफेसर को पुलिस ने सोमवार को बेलियाघाटा इलाके में स्थित उनके घर से हिरासत में लिया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंटरनेट मीडिया पर कथित तौर पर जान से मारने की धमकी देने वाले प्रोफेसर अरिंदम भट्टाचार्य को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बालीगंज साइंस कालेज के प्रोफेसर को पुलिस ने सोमवार को बेलियाघाटा इलाके में स्थित उनके घर से हिरासत में लिया। पुलिस के साथ फारेंसिक विभाग की टीम भी थी। अरिंदम भट्टाचार्य के घर से जांच के लिए बहुत से इलेक्ट्रानिक उपकरण जब्त किए गए हैं। गौरतलब है कि तमाल दत्ता नामक पीएचडी शोधार्थी की गई शिकायत के आधार पर हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने प्रोफेसर अरिंदम भट्टाचार्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि अरिंदम भट्टाचार्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (1बी) (जनता को डराने या चिंतित करने की मंशा), 506 (जान से मारने या गंभीर चोट पहुंचाने की धमकी) और 120बी (आपराधिक षड्यंत्र रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्रोफेसर भट्टाचार्य से संपर्क करने पर उन्होंने बताया था-'मैंने मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी तरह की टिप्पणी नहीं की। शिकायतकर्ता तृणमूल कांग्रेस का समर्थक है। फेसबुक मैसेंजर पर बातचीत के दौरान मेरे एक दोस्त ने कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले आपने एक वाट्सएप ग्रुप में लिखा था कि आप मुख्यमंत्री को मारना चाहते हैं। उस समय आप खुद को बचाने के लिए एक तृणमूल नेता के घर गए थे। इसके जवाब में मैंने बांग्ला में लिखा कि 'एखोनो हत्या कोरते चाई...पा चाटा कुत्ता आमी नोई...आमी अशिक्षितो बिरोधी (मैं अब भी हत्या करना चाहता हूं, मैं पैर चाटने वाला कुत्ता नहीं हूं, मैं अशिक्षितों के खिलाफ हूं।)
यह मेरे और मेरे एक दोस्त के बीच की निजी बातचीत थी, जिसे इंटरनेट मीडिया पर सार्वजनिक किया गया।यह बातचीत कुछ समय पहले की है। मैंने मुख्यमंत्री या किसी को धमकी नहीं दी है और यह संदेश में स्पष्ट है।' 17 वर्षों से जीव विज्ञान के प्रोफेसर अरिंदम भट्टाचार्य ने आगे कहा-'यह मेरे खिलाफ साजिश है ताकि मेरी नौकरी चली जाए। मैं डरा हुआ और प्रताड़ित हूं। मैं असहाय और अपमानित महसूस कर रहा हूं। मुझे एक और अंबिकेश महापात्रा बनने दीजिए।' गौरतलब है कि अप्रैल, 2012 में जादवपुर विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र के प्रोफेसर अंबिकेश महापात्रा को मुख्यमंत्री का मजाक उड़ाते हुए एक कार्टून कथित रूप से लोगों को भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।