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कोलकाता नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्टी पार्षदों की बैठक में ममता ने अगले साल के दुर्गोत्सव पर किया बड़ा ऐलान

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि आगामी वर्ष से दुर्गा पूजा से दस दिन पहले ही दुर्गोत्सव शुरू किया जाएगा। यह बात मममता ने कोलकाता नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्टी पार्षदों की बैठक में कही। राज्य चुनाव आयोग और पुलिस ने शांतिपूर्ण चुनाव कराने में अच्छा काम किया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 23 Dec 2021 06:45 PM (IST)Updated: Thu, 23 Dec 2021 06:45 PM (IST)
कोलकाता नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्टी पार्षदों की बैठक में ममता ने अगले साल के दुर्गोत्सव पर किया बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की घोषणा, अगले वर्ष 10 दिन पहले से शुरू होगा दुर्गोत्सव

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि आगामी वर्ष से दुर्गा पूजा से दस दिन पहले ही दुर्गोत्सव शुरू किया जाएगा। यह बात मममता ने कोलकाता नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्टी पार्षदों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि राज्य चुनाव आयोग और पुलिस ने शांतिपूर्ण चुनाव कराने में अच्छा काम किया। कोलकाता नगर निगम के रिपोर्ट कार्ड की हर छह महीने पर समीक्षा की जाएगी। अगर कोई काम नहीं कर रहा है, तो सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।

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कोलकाता नगर निगम के मेयर के नाम की घोषणा के दौरान ही ममता ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए अपनी पार्टी के निर्वाचित पार्षदों से कहा कि भाजपा और माकपा को बात ज्यादा करने और काम कम करने की आदत है। सभी होर्डिंग्स को हटाने की जरूरत है और शहर साफ-सुथरा होना चाहिए। ममता ने यह भी कहा कि आगाम वर्ष दुर्गा पूजा शुरू होने से 10 दिन पहले दुर्गोत्सव शुरू होगा।

ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य सचिवालय नवान्न में संवाददाताओं से कहा कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस और 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। साथ ही अगले साल रेड रोड पर विश्व संगीत मेला आयोजित होगा। श्यामबाजार में जयतु नेताजी के नाम से शोभायात्रा निकलेगी। मनीषियों के जन्मदिन पर उनकी प्रतिमाओं को विशेष रोशनी से सजाया जाएगा।

उन्होंने कहा 15 अगस्त से लगातार सात दिनों तक मनीषियों का स्मरणोत्सव मनाने का प्रस्ताव है। स्वतंत्रता संग्राम की सभी सूचनाओं का डिजिटलीकरण किया जाएगा। पलाशी के युद्ध से लेकर महान विद्रोह तक को पाठ्य-पुस्तक अवश्य रखना होगा। इतिहास को विकृत नहीं किया जा सकता।

बताते चलें कि कोलकाता के दुर्गापूजा उत्सव को ‘अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ घोषित करने पर यहां के निवासियों ने बुधवार को विशाल रैली कर यूनेस्को को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस रैली में दूर्गा पूजा आयोजक से कलाकार तक, जनप्रतिनिधियों से लेकर आम लोगों तक, ने हिस्सा लिया।


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