Move to Jagran APP

Kolkata Durga puja 2020: विशेषज्ञों का सुझाव-इस बार दुर्गापूजा में भीड़-भाड़ में नहीं जाएं बुजुर्ग और बच्चे

Kolkata Durga puja 2020 दुर्गापूजा में भीड़-भाड़ में नहीं जाएं बुजुर्ग और बच्चे। खासकर 50–60 की उम्र और 10 साल से कम उम्र के छोटे बच्चों के लिए यह बेहद ही खतरनाक होगा। कोविड एक लंबे समय की बीमारी बन गई है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 08:38 AM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 08:38 AM (IST)
Kolkata Durga puja 2020: विशेषज्ञों का सुझाव-इस बार दुर्गापूजा में भीड़-भाड़ में नहीं जाएं बुजुर्ग और बच्चे
दुर्गापूजा में भीड़-भाड़ में नहीं जाएं बुजुर्ग और बच्चे

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। यह ताे साफ हो चुका है कि कोरोना किसी भी उम्र के लोगों को संक्रमित कर सकता है लेकिन बुजुर्ग और बच्चों को इससे अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। ऐसे में इस दुर्गापूजा में खास एहतियात बरतें वरना खतरा उठाना पड़ सकता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस बार दुर्गापूजा में बुजुर्ग और बच्चों को बाहर यानी भीड़भाड़ में नहीं जाना चाहिए। खासकर 50 – 60 की उम्र और 10 साल से कम उम्र के छोटे बच्चों के लिए यह बेहद ही खतरनाक होगा।

loksabha election banner

‘पूजा तो हर साल मगर इस बार घर पर’

डॉ. अशोक मित्तल, मेडिका स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के शिशु विभाग विशेषज्ञ (एचओडी) के अनुसार इस महामारी से हमें दूर रहना चाहिए, खासकर 50 – 60 साल से अधिक उम्र के लोग या छाेटे बच्चों को, खासकर उन्हें जिन्हें कोई बीमारी है। कोविड एक लंबे समय की बीमारी बन गई है।

कुछ मरीज अभी भी घरों में आक्सीजन पर हैं। ऐसी स्थिति में दुर्गापूजा में लोगों का बाहर निकलना उतना ही खतरनाक है जितना लाॅकडाउन के नियमों को नहीं मानना। क्योंकि अभी हम कम्युनिटी ट्रांसमिशन के फेज में हैं। इस साल दुर्गापूजा, कालीपूजा कोई भी उत्सव जिसे एकजुट होकर पालन करते हैं, उससे दूरी बनानी होगी। कल्याणी के डॉक्टर राजीव पांडेय का कहना है कि 50 से अधिक उम्र वालों को जिन्हें रक्तचाप, किडनी, सुगर, अस्थमा, कैंसर व अन्य कोई बीमारी है उन्हें संक्रमण का खतरा ज्यादा है। उन्हें भीड़ में नहीं जाना चाहिए। पूजा तो हर साल होगी मगर इस साल वे घर से आनंद लें। बाहर निकलने का फिलहाल एकदम नहीं साेचें। हमने भी परिवार में दोस्तों व रिश्तेदारों से यह सलाह मानने की गुजारिश की है।

बच्चे बन सकते हैं कोरोना कैरियर

डॉक्टर्स कहते हैं कि कई बार देखा गया है कि बच्चों में वायरस के लक्षण का पता नहीं चला और वे संक्रमण का कैरियर बन गये। वायरस को परिवार के सदस्याें में फैला दिया। ऐसे में बच्चों पर विशेष ध्यान दें। 10 साल से नीचे की उम्र के बच्चे ज्यादा संवेदनशील होते हैं, उनकी इम्युनिटी उतनी विकसित नहीं होती है। इनसे संक्रमण जल्दी फैलता है। डॉक्टर कहते हैं कि अगर 10 साल से अधिक उम्र के किशाेर घूमने जा रहे हैं तो मास्क और सैनिटाइजर ही फिलहाल बचने का उपाय है। खुले जगहों पर जाएं और 1 घंटे के भीतर लौट आएं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.