Move to Jagran APP

केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर की मतुआ विधायकों संग सीक्रेट मीटिंग पर जानें क्‍या बोले दिलीप घोष?

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शांतनु ठाकुर से फोन पर बात की। वहीं अब तक प्रदेश भाजपा के नेता इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहे थे लेकिन दिलीप घोष ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि बैठक कहीं भी हो सकती है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 05 Jan 2022 08:41 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jan 2022 08:41 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर की मतुआ विधायकों संग सीक्रेट मीटिंग पर जानें क्‍या बोले दिलीप घोष?
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने अपनी चुप्पी तोड़ी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में भाजपा की प्रदेश व जिला इकाई में हाल में सांगठनिक फेरबदल के बाद से मतुआ सुमुदाय के विधायकों और सांसद नाराज बताए जा रहे हैं हैं। मतुआ समुदाय से आने वाले बंगाल के बनगांव से सांसद व केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर सांगठनिक फेरबदल से नाराज राज्य में अपने समुदाय से आने वाले भाजपा के पांच नाराज विधायकों के साथ कथित रूप से मंगलवार शाम में ‘सीक्रेट’ मीटिंग तक कर चुके हैं। इससे पहले उन्होंने पार्टी का व्हाट्सऐप ग्रुप भी छोड़ दिया था।

loksabha election banner

इसके बाद खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शांतनु ठाकुर से फोन पर बात की। वहीं, अब तक प्रदेश भाजपा के नेता इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बच रहे थे लेकिन बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि बैठक कहीं भी हो सकती है और कोई किसी से भी मिल सकता है। हर कोई हमारी तरह सड़क पर नहीं बैठता।पश्चिम मेदिनीपुर जिले के अशोकनगर में सुबह चाय पर चर्च करते हुए घोष ने ठाकुर के घर हुई ‘सीक्रेट’ मीटिंग को लेकर कहा- आप चाय के लिए घर आ सकते हैं। आप काल कर सकते हैं। वह क्यों बैठक किए, क्या हुआ, मैं नहीं कह सकता।

उन्होंने आगे कहा कि वे (शांतनु ठाकुर) केंद्रीय मंत्री हैं और अच्छा कर रहे हैं।गौरतलब है कि दिसंबर के आखिर में भाजपा ने प्रदेश इकाई और जिला स्तर पर संगठनात्मक फेरबदल किया। भाजपा द्वारा जिलों में पार्टी के नए जिला अध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद भाजपा के बनगांव सांगठनिक जिले के व मतुआ समुदाय से आने वाले पांच विधायकों ने पार्टी का व्हाट्सऐप छोड़ दिया था। साथ ही मतुआ समुदाय ने शिकायत की कि मतदान के दौरान मतुआ समाज का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उन्हें पार्टी के संगठनात्मक पद पर नियुक्त नहीं किया जाता है। अखिल भारतीय मतुआ महासंघ के महासचिव सुखेंद्रनाथ गेन ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर यहां तक कहा कि अब से मतुआ किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करेंगे।

इस बीच भाजपा की बेचैनी बढ़ाते हुए बनगांव से सांसद और केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने भी सोमवार को पार्टी से दूरियां बना लीं। उन्होंने व्हाट्सऐप ग्रुप छोड़ दिया। मतुआ विधायकों की नाराजगी के मद्देनजर स्थानीय सांसद ठाकुर ने इसके अगले दिन मंगलवार शाम को ठाकुरनगर में अपने घर पर मतुआ समुदाय के पांचों विधायकों की बैठक भी बुलाई थी। इसके बाद से राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाजार गर्म है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.