Move to Jagran APP

स्वतंत्रता दिवस पर 30 देशों के प्रवासी बंगालियों से रूबरू होंगे कैलाश विजयवर्गीय व दिलीप घोष

पश्चिम बंगाल की वर्तमान स्थिति और तृणमूल कांग्रेस के शासन में बंगाल में अव्यवस्था व बंगाली संस्कृति के पतन पर चर्चा होने की संभावना।

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 09:06 AM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 09:06 AM (IST)
स्वतंत्रता दिवस पर 30 देशों के प्रवासी बंगालियों से रूबरू होंगे कैलाश विजयवर्गीय व दिलीप घोष
स्वतंत्रता दिवस पर 30 देशों के प्रवासी बंगालियों से रूबरू होंगे कैलाश विजयवर्गीय व दिलीप घोष

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को विश्व के विभिन्न देशों में बसे प्रवासी बंगाली समुदाय के लोगों के साथ भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय व प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष रूबरू होंगे और एक साथ बंगालियों के पुनर्रुथान की शपथ लेंगे। यह कार्यक्रम एनआरआइज फॉर बंगाल ( प्रवासी बंगाली) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन एनआरआइज फॉर बंगाल के संस्थापक तथा अमेरिकन फॉर हिंदू के वैश्विक संयोजक जुधाजीत सेन मजूमदार करेंगे। 

loksabha election banner

  श्री विजयवर्गीय ने बताया कि बंगाली समुदाय विश्व के कोने-कोने में बसा है और देश व समाज के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा रहा है। इस कार्यक्रम में 30 देशों के लगभग 50 शहरों में बसे प्रवासी हिस्सा लेंगे।यह वर्चुअल सभा होगी। इसमें पश्चिम बंगाल की वर्तमान स्थिति और तृणमूल कांग्रेस के शासन में बंगाल में अव्यवस्था व बंगाली संस्कृति के पतन पर चर्चा होने की संभावना है और बंगाल को कुशासन से मुक्त करने और बंगाली सभ्यता और संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए सामूहिक रूप से शपथ लेंगे।

प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बंगालियों ने स्वाधीनता संग्राम से लेकर देश के सांस्कृतिक पुनर्जागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी, लेकिन विगत 34 वर्षों के वामपंथी के शासन और लगभग 10 वर्षों के तृणमूल कांग्रेस के शासन में बंगाल की संस्कृति और सभ्यता विलुप्त हो गयी है।कभी देश में अग्रणी रहने वाला बंगाल आज पिछड़ गया है, लेकिन भाजपा ने बंगाल की संस्कृति को पुनर्जीवित करने की शपथ ली है और कुशासन के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रही है। राज्य की जनता भी समझ गयी है कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में बंगाल को बचाया नहीं जा सकता है और 2021 के चुनाव में राजनीतिक परिवर्तन कर बंगाल को ‘सोनार बांग्ला’ बनाया जायेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.