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आतंकियों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा, एक साल पहले 12 आतंकियों ने एक साथ किया था भारत में प्रवेश

कोलकाता से गिरफ्तार किए गए जेएमबी के आतंकियों से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार जांच में पता चला है कि करीब एक साल पहले 12 आतंकियों का एक समूह बांग्लादेश से सीमा पार कर अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 12 Jul 2021 07:06 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jul 2021 07:43 PM (IST)
आतंकियों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा, एक साल पहले 12 आतंकियों ने एक साथ किया था भारत में प्रवेश
नजीउर का चचेरा भाई अल अमीन बांग्लादेश में जेएमबी का है बड़ा नेता

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता के हरिदेवपुर इलाके से एसटीएफ द्वारा रविवार को गिरफ्तार किए गए जमात- उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकियों से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, जांच में पता चला है कि करीब एक साल पहले 12 आतंकियों का एक समूह बांग्लादेश से सीमा पार कर अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था। उनमें से तीन कोलकाता में रह रहे थे और बाकी छोटे समूहों में दूसरे राज्यों में चले गए थे। उनमें से कुछ कश्मीर और ओडिशा गए।

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नजीउर अपने दोनों साथी शेख शब्बीर और रबीउल के साथ पहचान बदलकर दक्षिण कोलकाता हरिदेवपुर में किराए के एक मकान में रह रहा था। तीनों खुद को भारतीय बताते थे। अधिकारियों की माने तो स्थानीय लोगों को ये तीनों छाता मरम्मत करने वाले और फल व कपड़ा विक्रेता के रूप में अपना परिचय देते थे। इसकी आड़ में ये लोग महानगर के विभिन्न इलाकों की रेकी करते थे। इधर, एसटीएफ ने तीनों आतंकियों के बारे में बांग्लादेश पुलिस से भी जानकारी मांगी है।

डायरी से बंगाल में आतंकी गतिविधियों को फैलाने की साजिश का खुलासा

दूसरी ओर, इनके पास से जब्त डायरी से बंगाल में आतंकी गतिविधियों को फैलाने की साजिश का खुलासा हुआ है। डायरी में आतंकियों ने लिखा है कि बंगाल के प्रत्येक घर की रसोईघर में बम बनाने का कारखाना बनाना होगा।

तीनों आतंकियों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया

इधर, तीनों संदिग्ध आतंकवादियों को कोलकाता एसटीएफ ने सोमवार को बैंकशाल अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिनों के लिए 26 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। एसटीएफ को तीनों आतंकियों के दो लिंकमैन का भी पता चला है। दोनों फरार है। यही दोनों ने तीनों को किराए का घर दिलाने के साथ आधार कार्ड भी बनवाया था।

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बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश का जवान रह चुका है जेएमबी आतंकी नजीउर

जांच में पता चला है कि पकड़े गए तीनों आतंकियों में से नजीउर रहमान (30) बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) का जवान रह चुका है।एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, बीजीबी में काम करते वक्त उसे विस्फोटक रखने के मामले में गिरफ्तार किया गया था और आतंकी क्रियाकलाप से जुड़े होने के आरोप उसपर लगे थे।इसके बाद उसे बीजीबी ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। वह तीन वर्ष जेल की सजा भी काट चुका है। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद वह जेएमबी से जुड़कर सक्रिय तौर पर काम करने लगा। उसके साथ गिरफ्तार बाकी दो आतंकियों का नजीउर ही नेता है। एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, नजीउर का चचेरा भाई अल अमीन बांग्लादेश में जेएमबी का बड़ा नेता है। वह जेएमबी के फंड मैनेजर के तौर पर काम करता है। अल अमीन फिलहाल जेल में बंद है और जेल से ही वह संगठन के विस्तार और फंड मैनेजमेंट का काम देख रहा है।

एसटीएफ अधिकारियों की मानें तो अल अमीन से प्रभावित होकर ही नजीउर भी आतंकी क्रियाकलापों से जुड़ गया था। विस्फोटक रखने के मामले में गिरफ्तारी के बाद वह अल अमीन के साथ ही करीब तीन साल तक जेल में बंद था। अल अमीन की सहायता से ही वह बांग्लादेश और भारत में सक्रिय जेएमबी के बड़े नेताओं के संपर्क में आया और जेल से निकलने के बाद संगठन के विस्तार के लिए युवाओं की भर्ती और फंड जुगाड़ करने के काम में जुट गया। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, नजीउर ने आतंकी प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रखा है। वह हार्डकोर आतंकी है। बांग्लादेश में उसके खिलाफ तीन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।


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