Move to Jagran APP

युवकों को गुमराह करने को मदरसों का प्रयोग कर रहा है जेएमबी!

-मुर्शिदाबाद ब‌र्द्धमान नदिया मालदा जिलों के मदरसों पर जेएमबी की नजर -ऐसी ही चेतावनी गृह मं˜

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 06:48 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 06:48 PM (IST)
युवकों को गुमराह करने को मदरसों का प्रयोग कर रहा है जेएमबी!
युवकों को गुमराह करने को मदरसों का प्रयोग कर रहा है जेएमबी!

-मुर्शिदाबाद, ब‌र्द्धमान, नदिया, मालदा जिलों के मदरसों पर जेएमबी की नजर

loksabha election banner

-ऐसी ही चेतावनी गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट में दी गई

जागरण संवाददाता, कोलकाता : आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) संगठन में नई भर्ती के लिए मुर्शिदाबाद और ब‌र्द्धमान के मदरसों का प्रयोग कर रहा है। मदसरों के जरिए ही युवक युवतियों को जिहाद के लिए गुमराह किया जा रहा है। इस तरह की चेतावनी गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार जेएमबी द्वारा भारत-बांग्लादेशी सीमा के पास कई आतंकी शिविर चलाए जा रहे हैं। उक्त शिविरों में लश्कर ए तैयबा के खूंखार आतंकियों का भी जाना जाना लगा रहता है। उक्त इलाकों से संगठन में नई भर्ती भी की जाती है। इसके लिए वहां के मदरसों और मस्जिदों का भी प्रयोग किया जा रहा है। जेएमबी की खासकर नदिया, मुर्शिदाबाद, ब‌र्द्धमान और मालदा जिले के मदरसों पर नजर है। इसके अलावा असम के मुस्लिम बहुल जिलों में भी एक ही तरीके से जिहाद के नाम पर युवकों को गुमराह कर संगठन में जोड़ा जा रहा है। अक्टूबर 2014 में ब‌र्द्धमान के खागड़ागढ़ विस्फोट के बाद केंद्रीय खुफिया विभाग की लिस्ट में जेएमबी बांग्लादेश का नाम शामिल हो गया था। इसके बाद एनआइए ने भारत के विभिन्न राज्यों से एक के बाद एक जेएमबी आंतकी को गिरफ्तार किया था। गत सप्ताह भी एनआइए ने बेंगलुरू से खागड़ागढ़ विस्फोट में शामिल रहे एक आतंकी को गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट के मुताबिक जेएमबी आतंकी बांग्लादेश और भारत के लोकतांत्रिक सरकार को उखाड़ कर शरिया कानून लागू कराने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसी वजह से पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में जेएमबी गुप्त ठिकाने बनाए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.