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गंगासागर में इस्कान का सेवा शिविर संपन्न, तीर्थयात्रियों की सेवा में दिन-रात जुटी रही 150 सदस्यों की टीम

यह हमारे सेवा शिविर का 17वां साल था। हम 2006 से गंगासागर में तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए शिविर लगाते आ रहे हैं। हमारे सेवा शिविर में रोजाना हजारों लोगों को भोजन स्वरूप महाप्रसाद वितरित किया गया। जरूरतमंद तीर्थयात्रियों में शीत वस्त्र भी बांटे गए।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 07:02 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 11:36 PM (IST)
गंगासागर में इस्कान का सेवा शिविर संपन्न, तीर्थयात्रियों की सेवा में दिन-रात जुटी रही 150 सदस्यों की टीम
गंगासागर में इस्कान का सेवा शिविर संपन्न। -जागरण

जागरण संवाददाता, गंगासागर : गंगासागर में मकर संक्रांति पर पुण्य स्नान करने आए तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए इस्कान की ओर से लगाया गया शिविर सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। शिविर 10 जनवरी से शुरू हुआ था और 16 जनवरी तक चला। इस्कान के 150 सदस्यों की टीम तीर्थयात्रियों की सेवा में दिन-रात जुटी रही। इनमें से 50 जन मायापुर से आए थे। इस्कान मायापुर के जनसंपर्क अधिकारी रसिक गौरांग दास ने बताया-'यह हमारे सेवा शिविर का 17वां साल था। हम 2006 से गंगासागर में तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए शिविर लगाते आ रहे हैं।

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हमारे सेवा शिविर में रोजाना हजारों लोगों को भोजन स्वरूप महाप्रसाद वितरित किया गया। जरूरतमंद तीर्थयात्रियों में शीत वस्त्र भी बांटे गए। इसके अलावा भगवद् गीता की पुस्तकों का भी वितरण किया गया। प्रत्येक दिन भजन-कीर्तन व मंगल आरती भी की गई। ' रसिक गौरांग दास ने आगे कहा-' सरकार की तरफ से कोरोना महामारी के मद्देनजर जारी किए गए समस्त स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का अक्षरश: पालन करते हुए शिविर का आयोजन किया गया था। कोरोना के प्रकोप के कारण इस साल बहुत सी सामाजिक संस्थाओं की तरफ से सेवा शिविर नहीं लगाया गया था इसलिए भी हमारी जिम्मेदारी बहुत बढ़ गई थी। मानव सेवा परम धर्म है।'


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