Rath Yatra 2022: सीएम ममता बनर्जी ने भी खींचा भगवान जगन्नाथ का रथ, इस्कॉन कोलकाता से निकली भव्य रथयात्रा
कोलकाता में तीन साल बाद फिर इस्कान की रथयात्रा का आयोजन हुआ। प्रभु जगन्नाथ सुभद्रा और बलभद्र अपने-अपने रथ पर सवार होकर मौसी के घर के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस्कान की 51वीं कोलकाता रथयात्रा का उद्घाटन किया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता में तीन साल बाद फिर इस्कान की रथयात्रा का आयोजन हुआ। प्रभु जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र अपने-अपने रथ पर सवार होकर मौसी के घर के लिए रवाना हुए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस्कान की 51वीं कोलकाता रथयात्रा का उद्घाटन किया। उन्होंने प्रभु जगन्नाथ की आरती की और रस्सी से रथ को भी खींचा। इस मौके पर तृणमूल सांसद नुसरत जहां व पार्टी विधायक सोहम मौजूद थे। रथयात्रा में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। रथों को खींचने के लिए भक्तों में होड़ मची हुई थी। 'जय जगन्नाथ' के नारों से परिवेश भक्तिमय हो गया था। रथयात्रा देखने के लिए सड़कों के किनारे बड़ी संख्या में लोग जमा थे।
भगवान जगन्नाथ का रथ खींचतीं हुई सीएम ममता बनर्जी। जागरण फोटो।
रथयात्रा अल्बर्ट रोड स्थित इस्कान मंदिर से शुरू हुई और हंगरफोर्ड स्ट्रीट, एजेसी बोस रोड, शरत बोस रोड, हाजरा रोड, एसपी मुखर्जी रोड, एटीएम रोड, चौरंगी रोड, एक्साइड क्रासिंग, जवाहरलाल नेहरु रोड और आउट्राम रोड होते हुए ब्रिगेड परेड ग्राउंड पहुंची। वहां आठ जुलाई तक रथयात्रा मेले का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान वहां धार्मिक अनुष्ठान व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की पत्नी डोना गांगुली के डांस ट्रूप की तरफ से परफार्म किया जाएगा।
रथ यात्रा उत्सव को संबोधित करती हुईं सीएम ममता बनर्जी। जागरण फोटो।
नौ जुलाई को दोपहर 12 बजे ब्रिगेड परेड ग्राउंड से उल्टी रथयात्रा शुरू होगी और प्रभु जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र अल्बर्ट रोड स्थित अपने मंदिर में लौटेंगे। इस्कान कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा कि 2019 की रथयात्रा में देश-विदेश से 16-17 लाख भक्त उमड़े थे। इस बार 20-21 लाख भक्तों के उमडऩे की उम्मीद की जा रही है। अमेरिका, सिंगापुर, संयुक्त राज्य अमेरिका, आस्ट्रेलिया समेत 150 देशों से भक्तों का कोलकाता आना शुरू हो गया है। रथयात्रा मेले के दौरान सरकार की तरफ से कोरोना को लेकर जारी किए गए सभी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। गौरतलब है कि पहली कोलकाता रथयात्रा का आयोजन 1972 में हुआ था।
उत्साह के साथ निकली माहेश की प्राचीन रथयात्रा
दूसरी तरफ इस्कान के वैश्विक मुख्यालय मायापुर में भी रथयात्रा का धूमधाम से आयोजन हुआ। श्रीरामपुर माहेश की 626 वर्ष पुरानी रथयात्रा धूमधाम से निकली। कड़ी सुरक्षा के बीच प्रभु जगन्नाथ रथ पर सवार होकर बलभद्र-सुभद्रा के साथ मौसी के घर जाने के लिए निकले। उनके दर्शन को सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। पुरोहितों ने प्रभु जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा का अलौकिक श्रृंगार किया था। उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की गई। भोग-आरती के बाद मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए। रथयात्रा के लिए चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से मंदिर और आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल से माहेश की रथयात्रा बंद थी।