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दो दिनों के व्यवधान के बाद आइसीपी पेट्रापोल से अंतरराष्ट्रीय व्यापार फिर से शुरू

बनगांव गुड्स ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने अपनी हड़ताल वापस ली बीएसएफ द्वारा बड़ी संख्या में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए जाने के बाद ठप कर दिया था काम नतीजतन कार्गो काम्प्लेक्स के अंदर खड़े आयात ट्रकों ने भारतीय खाली ट्रकों में समान उतारना शुरू कर दिया है।

By Priti JhaEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 08:16 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 08:16 AM (IST)
दो दिनों के व्यवधान के बाद आइसीपी पेट्रापोल से अंतरराष्ट्रीय व्यापार फिर से शुरू
दो दिनों के व्यवधान के बाद आइसीपी पेट्रापोल से अंतरराष्ट्रीय व्यापार फिर से शुरू

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित एशिया के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट (आइसीपी) पेट्रापोल के जरिए सड़क मार्ग के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच आयात- निर्यात में पिछले दो दिनों से उत्पन्न व्यवधान आखिरकार बुधवार को समाप्त हो गया। इसके बाद दिन में ही इस चेकपोस्ट के जरिए दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यापार फिर से शुरू हो गया है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को मौखिक रूप से आश्वासन दिया कि वे अगले चार दिनों में ट्रांसपोर्टरों को आइडी कार्ड जारी करेंगे। बीएसएफ को मिले इस आश्वासन के बाद सुबह करीब नौ बजे बनगांव गुड्स ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है।

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नतीजतन, कार्गो काम्प्लेक्स के अंदर खड़े आयात ट्रकों ने भारतीय खाली ट्रकों में समान उतारना शुरू कर दिया है। बीएसएफ की ओर से बताया गया कि आयात सुबह लगभग साढ़े नौ बजे शुरू हुआ है और निर्यात को भी एक घंटे बाद लगभग 10:37 बजे शुरू कर दिया गया। गौरतलब है कि 16- 17 जनवरी को बीएसएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आइसीपी पेट्रापोल पर निर्यात और आयात के मालों की आवाजाही की आड़ में विभिन्न सामानों की तस्करी में शामिल ट्रक ड्राइवरों के काले कारनामे को उजागर करते हुए यहां औचक जांच अभियान चलाकर बीते दो दिनों के दौरान 82 ट्रक ड्राइवरों के पास से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए थे। इसके बाद हड़कंप मच गया था। वहीं इतनी बड़ी संख्या में फर्जी लाइसेंस बरामद होने के बाद बीएसएफ ने बिना लाइसेंस की प्रामाणिकता जांचे आयात-निर्यात के ट्रकों को आइसीपी में आने-जाने पर रोक लगा दी थी। साथ ही पार्किंग एरिया (जहां आयात- निर्यात के ट्रकों को खाली कराया जाता है) में भी बिना वैध पहचान पत्र के इस कार्य से जुड़े किसी भी कर्मी को प्रवेश नहीं दिए जाने की बात कही थी। वहीं, बीएसएफ की इस कार्रवाई के विरोध में यहां इस कार्य से जुड़े निजी परिवहन कर्मियों, ट्रक ड्राइवरों-खलासी, ट्रांसपोर्टर आदि विरोध में उतर आए थे और उन्होंने काम ठप कर दिया था। जिसके कारण इस चेकपोस्ट के जरिए आयात- निर्यात व्यापार दो दिनों तक पूरी तरह ठप रहा जिससे राजस्व को भी भारी नुकसान हुआ। बताते चलें कि इसी चेकपोस्ट के जरिए भारत और बांग्लादेश के बीच सबसे ज्यादा व्यापार होता है।

आठ और ट्रक ड्राइवरों के पास से मिले फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, अब तक कुल 90 जाली लाइसेंस जब्त

- इधर, बीएसएफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए 18-19 जनवरी को भी पेट्रापोल में तलाशी अभियान को जारी रखा और इस दौरान आठ और ट्रक चालकों को फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के साथ पकड़ा है। बीएसएफ की ओर से बयान में बताया गया कि इस तरह इस सप्ताह अभी तक पेट्रापोल चेकपोस्ट से ट्रक चालकों के पास से कुल 90 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए जा चुके हैं। बीएसएफ की तरफ से पुलिस में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के संदर्भ में एफआइआर दर्ज करवाई जा रही है।इससे पहले 16-17 जनवरी को जब्त 82 जाली ड्राइविंग लाइसेंस को बीएसएफ ने सीमा शुल्क अधिकारियों को सौंप दिया था।

फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस वाले ड्राइवर को बांग्लादेश जाने की किसी कीमत पर नहीं देंगे अनुमति : बीएसएफ

इधर, बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अधिकारी ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि वह उन चालकों को किसी कीमत पर ट्रकों को बांग्लादेश में ले जाने की अनुमति नहीं देंगे जिनके पास से जाली ड्राइविंग लाइसेंस मिले हैं। बीएसएफ ने इस बारे में भारतीय सीमा शुल्क विभाग और लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया को भी पहले ही सूचित कर दिया है। साथ ही बीएसएफ ने भारत और बांग्लादेश के बीच सुचारू रूप से व्यापार को सुनिश्चित करने के लिए बनगांव ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को भी मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करने के लिए कहा है ताकि राष्ट्रों की सुरक्षा और हितों से समझौता न हो। बीएसएफ ने साथ ही संबंधित एसोसिएशन व सरकारी एजेंसियों को आयात- निर्यात से संबंधित सामानों को बांग्लादेश में लाने- ले जाने के दौरान तस्करी जैसे कार्यों में शामिल रहने और फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े अवैध कृत्यों से अवगत कराते हुए इसमें शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की भी मांग की है। बीएसएफ ने स्पष्ट कहा है कि जिस प्रकार से हाल में इतनी बड़ी संख्या में ट्रक चालकों के पास से अब तक 90 जाली ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए गए हैं, इन अवैध कृत्यों से राष्ट्र की सुरक्षा के साथ समझौता हो सकता है। अधिकारियों ने बयान में कहा कि वे दो पड़ोसी देशों के बीच सीमा पार व्यापार में कोई बाधा पैदा नहीं करना चाहते हैं, लेकिन इस संबंध में नियमों का पालन किया जाएगा।

आयात- निर्यात करने के दौरान चालक करते हैं तस्करी

बीएसएफ ने कहा है कि उसे जानकारी मिली कि (ट्रक जैसे भारी वाहनों के) चालक भारत और बांग्लादेश के बीच माल के निर्यात और आयात करने के दौरान सोने, चांदी, फेंसिडिल कफ सिरप (बांग्लादेश में मादक पदार्थ के रूप में उपयोग की जाने वाली खांसी की दवाई), नशीले पदार्थ आदि की तस्करी जैसे अपराधों को अंजाम देने में शामिल हैं।बीएसएफ ने दावा किया कि उसने बांग्लादेश से सामान लाने के दौरान इन ट्रकों की जांच करते हुए कई बार अवैध सोना, जाली भारतीय नोट (एफआइसीएन) और नशीले पदार्थों को पकड़ा है। 


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