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भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने तस्करों के मंसूबों को नाकाम कर छह लाख के याबा टैबलेट किए जब्त

दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मादक पदार्थों की तस्करी को नाकाम करते हुए एक घर में छापेमारी कर 1200 पीस प्रतिबंधित याबा टैबलेट्स की एक बड़ी खेप जब्त किया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 06:04 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 06:04 PM (IST)
भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने तस्करों के मंसूबों को नाकाम कर छह लाख के याबा टैबलेट किए जब्त
भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक घर में छापेमारी कर मादक पदार्थों को किया जब्त।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मादक पदार्थों की तस्करी को नाकाम करते हुए एक घर में छापेमारी कर 1,200 पीस प्रतिबंधित याबा टैबलेट्स की एक बड़ी खेप जब्त किया है। बीएसएफ की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि बल की सीमा चौकी आरशिकारी, 112वीं वाहिनी के क्षेत्र से जवानों ने रविवार को इन याबा टैबलेट्स को उस वक्त जब्त किया जब इसे तस्करी के उद्देश्य से भारत से बांग्लादेश ले जाने की योजना थी। बीएसएफ के अनुसार, जब्त याबा टैबलेट्स की अनुमानित बाजार कीमत करीब छह लाख रुपये है।

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बयान के मुताबिक, एक पुख्ता जानकारी के आधार पर सीमा चौकी आरशिकारी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने प्राप्त अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक स्थित आरशिकारी गांव में मो. इब्राहिम के घर पर छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान मो. इब्राहिम घर से भागने में सफल रहा। वहीं, ग्राम प्रधान और पंचायत सदस्य की मौजूदगी में रात के समय जब उसके घर की तलाशी ली गई तो घर से एक पैकेट में 1,200 याबा टैबलेट्स बरामद हुआ। जब्त किए गए सभी याबा टैबलेट्स को बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस स्टेशन स्वरूप नगर को सौंप दिया है। साथ ही इस मामले में बीएसएफ ने आरोपित मो. इब्राहिम के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।

इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी ने 112वीं वाहिनी के जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जब्त याबा टैबलेट्स मो. इब्राहिम के घर तक कैसे पहुंची तथा इसके साथ और किसका हाथ है इसके लिए हमारा खुफिया विभाग काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की तस्करी को रोक पाना केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।


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