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भारत-बांग्लादेश सीमा : बीएसएफ ने मानव तस्करों के चंगुल से दो बांग्लादेशी महिलाओं को मुक्त कराया

जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाकिमपुर सीमा चौकी इलाके से मानव तस्करों के चंगुल से 2 संदिग्ध महिलाओं को मुक्त कराया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 10:07 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 12:00 AM (IST)
भारत-बांग्लादेश सीमा : बीएसएफ ने मानव तस्करों के चंगुल से दो बांग्लादेशी महिलाओं को मुक्त कराया
भारत-बांग्लादेश सीमा : बीएसएफ ने मानव तस्करों के चंगुल से दो बांग्लादेशी महिलाओं को मुक्त कराया

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 112वीं बटालियन के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाकिमपुर सीमा चौकी इलाके से मानव तस्करों के चंगुल से 2 संदिग्ध महिलाओं को मुक्त कराया है। मुक्त कराई गई महिलाओं में एक ग्राम-हारिंग पाला, पोस्ट ऑफिस- कुशखली,  पुलिस स्टेशन- भान्दारिया, जिला-फिरोजपुर (बांग्लादेश) तथा दूसरी ग्राम-गजेरहाट पेरोली, पोस्ट ऑफिस- नरेल, पुलिस स्टेशन- नरेल, जिला– नरेल (बाग्लादेश) की निवासी है। 

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बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से बताया गया कि पूछताछ के दौरान पता चला है कि ये दोनों बाग्लादेशी महिलाएं लगभग एक वर्ष पूर्व मानव तस्करों द्वारा डांसर एवं सिंगर के तौर पर रोजगार तथा जिस्मफरेशी के धंधे के लिए बांग्लादेश से अवैध रुप से भारत में लाई गई थी। ये महिलाएं भारत में क्रमश जलसाघर बार, ईएम बाईपास, रुबी हास्पिटल के पास कोलकाता और शीतल बार लोकमान्य नगर, थाने, मुंबई (महाराष्ट्र) में डांसर एवं सिंगर का काम करती थी। गुरुवार की शाम भारत से अवैध रूप से बांग्लादेश वापस जाने के दौरान बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास दोनों को पकड़ा और मानव तस्करी के दलदल से मुक्त कराया।

लाकडाउन में डांस बार बंद होने के कारण दलाल की मदद से लौट रही थी वापस

बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेशी महिलाओं से पूछताछ में पता चला है कि कोविड-19 के दौरान लाकडाउन के कारण डांस बार बंद हो गए और रोजगार के साधन न होने के कारण इन दोनों महिलाओं को भारतीय दलाल बाबू की मदद से अवैध रूप से सीमा पार कराने के लिए हाकिमपुर सीमावर्ती क्षेत्र में लाया गया। जिसके लिए दलाल ने  इन महिलाओं से अंतर्राष्ट्रीय सीमा को पार कराने के लिए 1000 रुपये प्रति महिला लिए। हालांकि इन दोनों महिलाओं को अवैध रूप से सीमा पार करने के प्रयास को विफल करते हुए सीमा सुरक्षा बल के सतर्क जवानों ने पकड़ लिया। सीमा सुरक्षा बल द्वारा आवश्यक कार्यवाही के पश्चात् दोनों बांग्लादेशी महिलाओं को कानूनी कार्यवाही के लिए स्वरुपनगर थाने को सौंप दिया गया है। वर्ष 2020 के दौरान बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने मानव तस्करों से 10 महिलाओं को मुक्त कराया है।


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