सैन्य सम्मान के साथ बंगाल के दोनों शहीद जवानों का अंतिम संस्कार, अंतिम दर्शन को उमड़ा जनसैलाब
India China Boarder News ओरांग उन 20 भारतीय सैनिकों तथा बंगाल के उन दो सैनिकों में से एक थे जो 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए बंगाल के 2 जवानों सिपाही राजेश ओरांग (26) एवं हवलदार विपुल राय (35) का पार्थिव शरीर शुकवार को उनके पैतृक गांव में लाया गया जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। इनमें बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार थाना निवासी राजेश ओरांग का पार्थिव शरीर सुबह उनके बेलघोरिया स्थित उनके पैतृक गांव लाया गया जहां सैकड़ों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़े। वहीं, अलीपुरद्वार जिले के समुकतला थाना निवासी विपुल राय का पार्थिव शरीर शाम में उनके पैतृक गांव बिंदीपारा पहुंचा जहां उनके दर्शन को ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। ओरांग व विपुल उन 20 भारतीय सैनिकों तथा बंगाल के उन दो सैनिकों में से थे जो 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे।
कोलकाता में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार शाम सैन्य विमान से चंडीगढ़ के रास्ते लेह से सिपाही ओरांग के पार्थिव शरीर को यहां लाए जाने के बाद पानागढ़ सैन्य अस्पताल में रात में रखा गया था जिसे सुबह उनके घर पहुंचाया गया। तिरंगे से लिपटे ताबूत को देखकर परिवार के लोग और वहां उपस्थित जनसैलाब की आंखों से आंसू निकल पड़े और पूरा माहौल गमगीन हो गया।गांव के लोगों ने भारतीय सैनिकों पर चीनी सैनिकों के नृशंस हमले को लेकर आक्रोश जाहिर किया और चीनी उत्पादों के पूर्ण बहिष्कार की मांग की।
ओरांग के परिवार में उनके माता-पिता और दो बहन हैं। उनका अंतिम संस्कार गांव के एक स्थान पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान सेना के वरिष्ठ अधिकारी सहित जिला प्रशासन के अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे। सैन्य टुकड़ी ने इस दौरान शहीद राजेश को गन सैल्यूट दी। वहीं, लोगों ने शहीद राजेश अमर रहे... के नारे लगा चीन के प्रति गुस्से का इजहार किया। भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी एवं सौमित्र खान ने भी इस मौके पर उपस्थित होकर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
इधर, शहीद हवलदार विपुल राय के पार्थिव शरीर को शाम को अलीपुरद्वार जिले के बिंदीपारा गांव ले जाया गया जो गुरुवार रात हसीमारा सैन्य अस्पताल में रखा गया था। देर शाम शहीद विपुल राय का भी पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान सेना व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोनों शहीदों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।