Corona in Bengal: बंगाल में कोरोना टीकाकरण को लेकर बढ़ रहा फर्जीवाड़ा
पूर्व बर्द्धमान में तृणमूल कांग्रेस के लोगों पर मोटी रकम लेकर कोरोना वैक्सीन का कूपन देने का आरोप तो कोलकाता में फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविर लगने का सनसनीखेज मामला। बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि सूबे में वैक्सीन का सिंडिकेट चल रहा है।इसमें तृणमूल के लोग शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में कोरोना टीकाकरण को लेकर फर्जीवाड़ा बढ़ रहा है। पूर्व बर्द्धमान में जहां सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस के लोगों पर मोटी रकम लेकर कोरोना वैक्सीन का कूपन दिए जाने का आरोप लगा है, वहीं कोलकाता के कसबा इलाके में तो फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविर लगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। और तो और, वहां तृणमूल कांग्रेस सांसद और टॉलीवुड अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती तक ने टीका लगवाया है।
बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि सूबे में वैक्सीन का सिंडिकेट चल रहा है। इसमें तृणमूल के लोग शामिल हैं। उन्होंने सवाल किया कि मिमी चक्रवर्ती ने सांसद होने के बावजूद फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविर में जाकर टीका कैसे ले लिया? इस बीच मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इसकी जांच का जिम्मा खुफिया विभाग को सौंपा गया है।
गौरतलब है कि इस मामले में देवांजन देव (28) नामक फर्जी आइएएस अफसर को गिरफ्तार किया गया है। उसने खुद को कोलकाता नगर निगम का संयुक्त आयुक्त बताकर कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम चलाया था। उसके झांसे में आकर मिमी चक्रवर्ती ने भी वहां कोरोना का टीका लगा लिया था।। टीका लेने के बाद मिमी के पास जब कोई मैसेज नहीं आया तो उन्हें संदेह हुआ। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने नगर निगम से उक्त टीकाकरण शिविर की जानकारी मांगी। निगम ने ऐसे किसी टीकाकरण शिविर से इन्कार कर दिया। इसके बाद कसबा थाने की पुलिस ने देवांजन को गिरफ्तार किया।
दूसरी तरफ पूर्व बर्द्धमान में कोरोना वैक्सीन का कूपन बेचने का मामला सामने आया है।आरोप है कि पूर्व बर्द्धमान के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में तृणमूल के लोगों को रुपये देने पर कोरोना वैक्सीन का कूपन मिल पा रहा है। पूर्व बर्द्धमान के लोगों का आरोप है कि रात दो बजे से लाइन लगाने के बावजूद उन्हें वैक्सीन का कूपन नहीं मिल रहा जबकि 800 से 1000 रुपये खर्च करने पर आसानी से कूपन मिल रहा है। आरोप है कि सत्ताधारी दल के कार्यालयों से कूपन बांटे जा रहे हैं। कुछ ही कूपन बांटे जा रहे हैं, बाकी की मोटी कीमत पर बिक्री हो रही है। विरोधी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं व उनके परिवार के सदस्यों को वैक्सीन का कूपन नहीं दिए जाने का भी आरोप है।