Bengal Chunav: पांचवें चरण में 17 अप्रैल को उत्तर 24 परगना की 16 सीटों पर होगा मतदान, तृणमूल के गढ़ में सेंध लगाने की जुगत में भाजपा
Bengal Chunav पांचवें चरण में 17 अप्रैल को उत्तर 24 परगना की 16 सीटों पर मतदान होगा। सभी सीटों पर वर्ष 2011 से ही तृणमूल कांग्रेस का दबदबा इस बार भाजपा से मिल रही चुनौती। उत्तर 24 परगना (आठ सीट) तृणमूल के गढ़ में सेंध लगाने की जुगत में भाजपा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पांचवें चरण में 17 अप्रैल को उत्तर 24 परगना की 16 सीटों पर मतदान होगा। इन सीटों में पानीहाटी, कमरहट्टी, बारानगर, दमदम, राजारहाट-न्यूटाउन, विधाननगर, राजारहाट-गोपालपुर तथा मध्यमग्राम पर तृणमूल कांग्रेस का अच्छा खासा दबदबा है। हालांकि इस बार के विधानसभा में चुनाव में यहां भाजपा से उसे चुनौती मिल रही है। इन सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के कई कद्दावर नेता उम्मीदवार हैं। सबसे मुख्य बात यह है कि यह सभी सीटें हिंसा के लिए कुख्यात हैं। लिहाजा इन सीटों पर हिंसा पर काबू पाना भी आयोग के लिए चुनौती होगी।
इन आठों सीटों पर वर्ष 2011 से ही तृणमूल कांग्रेस का दबदबा है। एक तरह कहें तो यह तृणमूल के गढ़ हैं। इन सीटों पर तृणमूल के कई दिग्गज नेता चुनाव लड़ रहे हैं। मसलन कमरहट्टी एक अहम सीट है। यहां तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व मंत्री तथा कद्दावर नेता मदन मित्रा को मैदान में उतारा है। वहीं माकपा की ओर से यहां सायनदीप मित्र उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं। यहां भाजपा ने राजू बनर्जी को मैदान में उतारा है। मदन मित्रा का कहना है कि कमरहट्टी क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं का व्यापक विकास हुआ है। लिहाजा यहां की जनता तृणमूल कांग्रेस के साथ है। दूसरी ओर माकपा के सायनदीप मित्रा का कहना है कि कमरहट्टी विधानसभा क्षेत्र तृणमूल के असामाजिक तत्वों से भरा पड़ा है। लोग आए दिन आपराधिक गतिविधियों से परेशान रहते हैं। इस बार के चुनाव में यहां के लोग इसका जवाब देंगे। वहीं भाजपा के राजू बनर्जी का कहना है कि पूरे राज्य में भगवा की लहर है। लिहाजा कमरहट्टी सीट पर परिवर्तन तय है।
इसी प्रकार बारानगर विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता तापस राय लड़ रहे हैं। भाजपा ने यहां उनके खिलाफ जानी-मानी अभिनेत्री पर्णो मित्रा को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस की ओर से यहां अमल कुमार मुखोपाध्याय मैदान में हैं।
कमरहट्टी व बारानगर को छोड़कर अन्य सीटों पानीहाटी, दमदम, राजारहाट-न्यूटाउन, विधाननगर, राजारहाट-गोपालपुर तथा मध्यमग्राम पर भी तृणमूल कांग्रेस का अच्छा खासा दबदबा है। यहां भाजपा सेंध लगाने की जुगत में है।