Coronavirus Effect: लॉकडाउन में सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों का सुरक्षा कवच बनी बीएसएफ
कोरोना संकट के मद्देनजर जारी लॉकडाउन में सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों का सुरक्षा कवच बनी बीएसएफ जरूरतमंदों को भोजन देने के साथ कोरोना से कर रही बचाव
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना संकट के मद्देनजर जारी लॉकडाउन में बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) सुरक्षा कवच बनी हुई है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवान सीमा की रखवाली के साथ विभिन्न स्थानों पर सीमावर्ती क्षेत्र के गरीब व जरूरतमंद लोगों को पिछले एक महीने से ज्यादा समय से भोजन उपलब्ध कराने के साथ कोरोना से बचाव के लिए उन्हें लगातार जागरूक कर रहे हैं।
इसी कड़ी में बीओपी गोजाडांगा में तैनात बीएसएफ की 153वीं वाहिनी के जवानों द्वारा सीमावर्ती गांव दासपारा (पानीतार) के करीब 200 गरीब लोगों को शनिवार को भोजन कराया गया तथा लोगों को कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक किया गया। इसके साथ बीओपी गोजाडांगा के उत्तरपाड़ा गांव के करीब 200 गरीब लोगों को भी भोजन प्रदान किया गया।
दूसरी ओर, कोलकाता सेक्टर अंतर्गत 158वीं वाहिनी के जवानों ने बीओपी अंगरेल इलाके में सैकड़ों किसानोें के बीच हाथ के दस्ताने और साबून का वितरण किया और उन्हें समय-समय पर हाथ को ठीक से धोने की सलाह दी। इसके अलावा नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीओपी गेदे में तैनात बीएसएफ की 54वीं वाहिनी के जवानों द्वारा सीमावर्ती गांव उत्तरपारा, मठपारा, दासपारा, दक्षिणपारा तथा गेदे के लोगों का मेडिकल चेकअप के बाद उनके बीच राशन सामग्री वितरित की गई।
साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूक किया गया। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में बीएसएफ का दक्षिण बंगाल फ्रंटियर सीमावर्ती गांव के लोगों की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। फ्रंटियर की ओर से बांग्लादेश से लगने वाली अपनी जिम्मेदारी के बंगाल के सीमावर्ती जिलों- उत्तर व दक्षिण 24 परगना, मालदा, मुर्शिदाबाद व नदिया जिले के सीमावर्ती गांवों के कई हजार जरूरतमंद लोगों को अबतक भोजन व कोरोना से बचाव की विभिन्न सामग्री प्रदान की जा चुकी है।
खासकर इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में किसानों को भी बीएसएफ की ओर से कोरोना से बचाव के लिए मास्क, हाथ के दस्ताने, साबून, सैनिटाइजर व अन्य सामग्री प्रदान किया जा चुका है। साथ ही उन्हें इस महामारी से बचने के बारे में जागरूक किया गया है। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आइजी योगेश बहादुर खुरानिया व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया व अन्य वरिष्ठ अधिकारी खुद सीमावर्ती गांव के जरूरतमंद लोगों के बीच पहुंचाई जा रही राशन सामग्री, भोजन व कोरोना से बचाव के कार्यों की लगातार निगरानी कर रहे हैं।