दिलीप घोष ने ममता बनर्जी से पूछा-बंगाल में कल कारखाने लगाने वाले बिरला, गोयनका क्या बाहरी थे?
निशाना-तृणमूल कांग्रेस बंगाली-गैर बंगाली के मुद्दे पर कर रही है विभाजन की राजनीति। बिरला गोयनका की फैक्ट्रियों में लाखों लोगों को मिला है रोजगार। बंगाल की संस्कृति में ऐसी बातें कभी नहीं थीं। औद्योगिक विकास में बाहरी लोगों का योगदान। अनगिनत फैक्ट्री लाखों लोगों को रोजगार।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बाहरी के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बंगाल में पिछले कई दशकों में अनेक कल कारखाने लगाने वाले बिरला, गोयनका क्या बाहरी थे? उनके द्वारा लगाई गई फैक्ट्रियों में लाखों लोगों को रोजगार मिला है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगलवार को हावड़ा में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस बंगाली-गैर बंगाली के मुद्दे पर विभाजन की राजनीति कर रही है जो काफी खतरनाक है।
संस्कृति में इस तरह की बातें कभी नहीं थीं
ममता बनर्जी देश के ही लोगों को बाहरी कह रही हैं जो पूरे बंगाली समुदाय के लिए अपमान की बात है। बंगाल की सभ्यता संस्कृति में इस तरह की बातें कभी नहीं थी। ममता ने बंगाल को पतन के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है।
औद्योगिक विकास में बाहरी लोगों का योगदान
बंगाल ने शुरू से ही देश विदेश के लोगों को यहां जगह दी है। सिस्टर निवेदिता, मदर टेरेसा न जाने कितने नाम हैं। राज्य में पिछले कई दशकों में उद्योगों के विकास में बंगाल के बाहर से आए ही लोगों का अहम योगदान रहा है।
अनगिनत फैक्ट्री, लाखों लोगों को रोजगार
बिरला, गोयनका आदि ने यहां अनगिनत फैक्ट्रियां लगाई हैं जिसमें लाखों लोगों को रोजगार मिला है। इसमें बंगाल के साथ उत्तर प्रदेश, और बिहार के भी लोग शामिल हैं। दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पूछा कि क्या बिरला, गोयनका बाहरी लोग थे।
तो क्या ममता बनर्जी उन्हें जगह देंगी?
घोष ने कहा कि अगर बंगाल के बाहर देश के अन्य राज्यों में रहने वाले लगभग 40 लाख बंगालियों को वहां के लोग भगाने लगे तो क्या ममता बनर्जी यहां उन्हें जगह देंगी।