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कई दिनों से सुनसान पड़ा है भाजपा का हावड़ा कार्यालय, नहीं आ रहे हैं नेता

भाजपा के हावड़ा जिला (ग्रामीण) कार्यालय में कार्यकर्ता नजर नहीं आ रहे हैं। चुनाव के बाद हुई हिंसा के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में शरण ली थी लेकिन अब यहां कोई भी नहीं दिख रहा है। कार्यालय के सामने तोड़फोड़ के निशान भी हैं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 14 Jul 2021 07:47 AM (IST)Updated: Wed, 14 Jul 2021 07:47 AM (IST)
कई दिनों से सुनसान पड़ा है भाजपा का हावड़ा कार्यालय, नहीं आ रहे हैं नेता
भाजपा के हावड़ा जिला (ग्रामीण) कार्यालय में नेता और कार्यकर्ता नहीं दिख रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। उलूबेड़िया के मंसातल्ला में भाजपा के हावड़ा जिला (ग्रामीण) कार्यालय में नेता और कार्यकर्ता नहीं दिख रहे हैं। वोट के बाद से ही राज्य के मुख्य विपक्षी दल कार्यालय का यही हाल है। कार्यवाहक तपन हाट सारा दिन अकेले बैठे रहते हैं। पार्टी के कार्यकर्ता कभी कभार ही किसी जरूरत के लिए आते हैं, लेकिन नेताओं को नहीं देखा गया। कार्यालय के सामने कई जगह तोड़फोड़ के निशान थे। कार्यालय के शीर्ष पर पार्टी का झंडा पाइप के सिर से थोड़ा नीचे घुमाया गया था। चुनाव के बाद हुई हिंसा के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में शरण ली थी, लेकिन अब वे बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहे हैं।

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जिला (ग्रामीण) भाजपा अध्यक्ष प्रत्यूष मंडल का दावा है, “वोट के बाद आतंक टीएमसी के आतंक के कारण हमारे कई कार्यकर्ता बेघर हैं। हम उन्हें घर वापस कराने में लगे हुए हैं। अलग-अलग जगहों पर जाना पड़ रहा है, इसलिए जिला पार्टी कार्यालय नहीं जा रहे हैं। पार्टी के जिला (ग्रामीण) उपाध्यक्ष रमेश साधुखां नेकहा कि वहां निर्माण कार्य चल रहा है। हालांकि, एक अन्य उपाध्यक्ष अरुणोदय पाल चौधरी ने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। हालांकि इस दिन पांचला के रघुदेवपुर में जिला समिति की बैठक हुई थी। तथ्य यह है कि यहां वोट गिरने के तुरंत बाद भाजपा की गुटबाजी भड़क उठी। हार को लेकर नेताओं के बीच तनाव शुरू हो गया।कार्यकर्ताओं ने कुछ नेताओं के प्रति नाराजगी जताई। पिछले महीने के अंत में सांप्रदायिक संघर्ष के कारण कार्यालय पर हमला किया गया था। वहां पार्टी के प्रदेश सचिव अमिताभ चक्रवर्ती की मौजूदगी में बैठक हो रही थी। यह भी आरोप लगाया गया कि नेताओं को परेशान किया गया।  

मुकुल राय के साथ पारिवारिक रिश्ता सव्यसाची

-भाजपा नेता व विधाननगर नगर निगम के पूर्व मेयर सव्यसाची दत्त ने एक बार फिर से कहा कि वरिष्ठ नेता मुकुल राय के साथ उनका पारिवारिक रिश्ता है। पहले भी था और अभी भी है। मुकुल राय की पत्नी के स्वर्गवास के बाद मैं उनसे मिला था और 15 जुलाई को भी मिलूंगा। दरअसल, ऐसी चर्चा तेज है कि मुकुल राय के तृणमूल में वापसी के बाद वे भी वापसी कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने इस पर कुछ नहीं कहा है। वहीं उन्हें एक बार फिर से बंगाल पुलिस की सुरक्षा मुहैया करायी गयी है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब वे मेयर थे तो बंगाल पुलिस के 3 सुरक्षा कर्मियों की तैनाती थी, बाद में 2 हटा ली गयी। उसके बाद वे कोर्ट भी गये, और उन्हें काफी पहले से 1 सुरक्षा कर्मी मिला हुआ है। यह कोई नया नहीं है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मी को लेकर बेवजह बात बनायी जा रही है।


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