खनिज नीलामी से सरकार को 50 हजार करोड़ आने की उम्मीद
-नीलामी के नियमों में होने वाले प्रस्तावित संशोधनों से होगा संभव -नवंबर में जारी की जा सकती है अ
-नीलामी के नियमों में होने वाले प्रस्तावित संशोधनों से होगा संभव
-नवंबर में जारी की जा सकती है अधिसूचना
जागरण संवाददाता, कोलकाता : सरकार को चालू वित्तीय वर्ष के शेष चार माह के दौरान 13 से 15 खनन ब्लॉक में खनिजों की नीलामी से 50,000 करोड़ रुपये और मिलने की उम्मीद है। खनन मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि नीलामी के नियमों में होने वाले प्रस्तावित संशोधनों से यह संभव हो सकेगा। चूना पत्थर, लौह अयस्क, पन्ना तथा अन्य कीमती धातुओं की 13 से 15 खानों में यह नीलामी हो सकती है। केन्द्रीय खनन सचिव अरुण कुमार ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस दिशा में प्रगति तेज हो। हमें पूरी उम्मीद है कि शेष चार माह के दौरान 13 से 15 नये ब्लॉक के साथ चालू वित्तीय वर्ष के दौरान हम एक लाख करोड़ रुपये का आकड़ा आसानी से पार कर लेंगे।
कुमार यहां गुरुवार शाम महानगर के हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड के स्वर्ण जयंती समारोह के एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक हमने 12 खानों में 50,000 करोड़ रुपये के खनिजों की नीलामी की है। सरकार पिछले दो साल के दौरान 33 खानों से 1.80 लाख करोड़ रुपये के खनिजों की नीलामी करने में सफल रही है। खनन मंत्रालय इस समय खनन क्षेत्र में निजी क्षेत्र के हितों को देखते हुए नियमों में कुछ संशोधन करने की प्रक्रिया में है। अरुण कुमार ने कहा कि संशोधन फिलहाल मंजूरी के लिए विधि मंत्रालय के पास है। इन प्रस्तावित संशोधनों के साथ अधिसूचना नवंबर में आने की उम्मीद है। खनन सचिव ने कहा कि नए प्रावधानों से नीलामी प्रक्रिया अधिक आकर्षक और सरल होगी। नए नियमों के अमल में आने के बाद बोली लगाने वाले को तीन साल के भीतर काम शुरू करने का समय मिलेगा और इस दौरान यदि ऐसा कुछ होता है जो कि नियंत्रण से बाहर है तो दो साल का समय और बढ़ाया जा सकता है।