राज्यपाल धनखड़ ने ममता सरकार पर साधा निशाना, कहा- बंगाल में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव नहीं होते हैं : राज्यपाल
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को एक बार फिर ममता सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के संवैधानिक प्रमुख होने होने के नाते सुरक्षा सुनिश्चित करना उनका दायित्व है
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को एक बार फिर ममता सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के संवैधानिक प्रमुख होने होने के नाते यह सुनिश्चित करना उनका दायित्व है कि लोगों को बिना भय के अपने मताधिकार के इस्तेमाल का अवसर मिले। कोलकाता के पश्चिमी हिस्से में एक मंदिर के दौरे के दौरान धनखड़ ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “बिना डर के स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव (राज्य में) नहीं होते हैं।”
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें इसकी परवाह नहीं कि लोग किसे मतदान करते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना उनका दायित्व है कि उन्हें बिना किसी भय के अपने मताधिकार के इस्तेमाल का अवसर मिले।उन्होंने सरकारी मशीनरी से भी अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान तटस्थ रहने का अनुरोध किया। उल्लेखनीय है कि पिछले साल जुलाई में राज्यपाल के रूप में पदभार संभालने के बाद से ही धनखड़ का ममता सरकार के साथ विभिन्न मुद्दों पर लगातार टकराव चल रहा है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के पांच वरिष्ठ सांसदों ने मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजकर राज्यपाल धनखड़ को उनके पद से हटाने का अनुरोध करते हुए दावा किया है कि वह असंवैधानिक तरीके से काम कर रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा, “पद संभालने के बाद से ही राज्यपाल बिल्कुल असंवैधानिक तरीके से राज्य प्रशासन और पुलिस के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति से धनखड़ को राज्यपाल पद से तत्काल हटाने की मांग की है।