14 साल के किशोर को कोरोना, टीबी, एचआइवी पॉजिटिव और हेपाटाइटिस-बी जैसी चार भयावह बीमारियां एक साथ
अपनी तरह का दुर्लभ मामला। इलाज के बाद किशोर कोरोना और हेपाटाइटिस-बी से मुक्त। बाकी दो बीमारियों का इलाज चल रहा है। किशोर को गत 26 सितंबर को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसका कोरोना का इलाज हुआ।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता से सटे शहर हावड़ा के 14 साल के एक किशोर के शरीर में कोरोना, टीबी, एचआइवी पॉजिटिव और हेपाटाइटिस-बी जैसी चार भयावह बीमारियां एक साथ पाई गईं। यह अपनी तरह का दुर्लभ मामला है। इलाज के बाद किशोर फिलहाल कोरोना और हेपाटाइटिस-बी से मुक्त हो चुका है। बाकी दो बीमारियों का इलाज चल रहा है।
अचानक बुखार आया और खांसी की भी दिक्कत
उसकी मां ने बताया-'मेरे बेटे को कोई बीमारी नहीं थी। एक दिन अचानक उसे बुखार हो गया और उसके साथ ही खांसी भी शुरू हो गई। किशोर को गत 26 सितंबर को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसका कोरोना का इलाज हुआ।
चिकित्सा हुई तो हेपेटाइटिस-बी का भी पता चला
कोलकाता के एक बाल रोगों की विशेषज्ञता वाले अस्पताल ले जाने पर बेटे के टीबी और एचआइवी पॉजिटिव होने का पता चला। एसएसकेएम अस्पताल में जब चिकित्सा शुरू हुई तो हेपेटाइटिस-बी का भी पता चला। इस दौरान मेरे बेटे का दो बार कोरोना टेस्ट कराया गया।
दो बार टेस्ट में निगेटिव फिर से टेस्ट में पॉजीटिव
जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई लेकिन तीसरी बार कराने पर पॉजिटिव निकल गई। कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में खुले कोरोना अस्पताल में इलाज हुआ। इलाज के बाद बुखार कम हो गया है हालांकि अभी भी खांसी जारी है।'
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई थी
किशोर का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि उसे कोरोना के अलावा अन्य सभी रोग पहले से थे इसलिए उसके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई थी और कोरोना ने आसानी से अपनी गिरफ्त में ले लिया था।
मौसम में वायरस-बैक्टीरिया का काफी प्रभाव है
डॉक्टर ज्योतिर्मय पाल ने कहा कि इस मौसम में विभिन्न तरह के वायरस और बैक्टीरिया का काफी प्रभाव रहता है। कोरोना के अलावा इस समय कोई और बीमारी नहीं हो सकती, यह धारणा पूरी तरह गलत है।