बंगाल में ममता को एक और झटका, पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी ने विधायक के साथ तृणमूल की सदस्यता से भी दिया इस्तीफा
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजीब बनर्जी इससे पहले 22 जनवरी को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार से कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके हैं। बंगाल में अप्रैल-मई में ही विधानसभा का चुनाव होना है और उससे पहले लगातार तृणमूल के नेता पार्टी छोड़ रहे हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। हाल में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले कद्दावर नेता राजीब बनर्जी ने शुक्रवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटे बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी छोड़ दी। इससे अटकलें तेज हो गई हैं कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। राजीब ने तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी को पत्र भेजकर उन्हेंं राज्य की जनता की सेवा का मौका देने के लिए धन्यवाद दिया है। पिछले सप्ताह राज्य के मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देने वाले राजीब ने अपने इस्तीफे में लिखा, मैं अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता के साथ-साथ इससे जुड़े सभी पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं।
तृणमूल के साथ दो दशक पुराना नाता तोडऩे वाले पूर्व वन मंत्री बनर्जी ने कहा कि वह पार्टी के सदस्य के तौर पर बिताए समय को हमेशा याद रखेंगे। इससे पहले विधानसभा जाकर उन्होंने अध्यक्ष विमान बनर्जी को अपना इस्तीफा पत्र सौंपा। इसके बाद वह विधानसभा स्थित अपने कक्ष में लगे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर भी हटा लिया और उसे अपने साथ लेकर गए। बनर्जी ने इस दौरान पत्रकारों से कहा कि वह ममता बनर्जी की तस्वीर अपने साथ ही रखेंगे। बता दें कि हावड़ा के डोमजूर से विधायक रहे राजीब 2016 के विधानसभा चुनाव में राज्य में सबसे ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। बता दें कि इससे पहले कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी व लक्ष्मीरतन शुक्ला ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सुवेंदु पिछले महीने भाजपा में भी शामिल हो गए थे।
शाह की उपस्थिति में छह-सात तृणमूल विधायक थाम सकते हैं भाजपा का दामन
इधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार रात में ही एक बार फिर बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंच रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस दौरान कम से कम तृणमूल कांग्रेस के छह से सात विधायक और सांसद उनकी उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसमें राजीब बनर्जी के अलावा, पूर्व मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला, तृणमूल विधायकों वैशाली डालमिया, जट्टू लाहिड़ी, प्रबीर घोषाल, दीपक हल्दर के अलावा हावड़ा के पूर्व मेयर रथीन चक्रवर्ती प्रमुख नाम हैं, जो भगवा दल का दामन थाम सकते हैं।