अगरबत्ती बनाने के तरीकों को सिखने आए विदेशी छात्र
विश्व में बारुईपुर के अगरबत्ती को मिली ख्याति को सुनकर ही सिंगापुर के छात्र यहां अगरबत्ती बनाने के तरीकों को जानने पहुंचे थे।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। अगरबत्ती बनाने के तरीकों को सिखने के लिए सिंगापुर के चार सदस्यों का एक
दल गुरुवार को बारुईपुर पहुंचा। सिंगापुर ईएसएसइसी बिजनेस स्कूल की चार सदस्यीय टीम विश्व भर में लोकप्रिय अगरबत्ती के तरीकों को सिखने पहुंची थी।
वे बारुईपुर के बीडीओ अनिर्वाण दत्ता से मिले और तरीकों को सिखने की इच्छा जाहिर की। बीडीओ साहब छात्रों
को लेकर बारुईपुर के शांखारीपुकुर इलाके में पहुंचे जहां अगरबत्ती बनाने का एक कारखाना मौजूद था। छात्र कारखाने का मुआयना किए। अगरबत्ती बनाने के तरीकों को सुनने के साथ ही अपने मोबाइल फोन में भी कैद किए। इसके अलावा जिले के लघु और मझोले उद्योग विभाग के अधिकारियों से मुलाकात कर उनसे विस्तृत जाना। उनका कहना था कि वे शोध कर प्रदूषणमुक्त अगरबत्ती बनाने के तरीकों का इजाद करेंगे।
मालूम हो कि किसी समय में दक्षिण 24 परगना जिले का बारुईपुर अगरबत्ती बनाने के मामले में इटली, अमेरिका, इजिप्ट और ब्राजील आदि को टक्कर देता था। तब बारुईपुर के 40 से 50 हजार लोग अगरबत्ती बनाने
के रोजगार से जुड़े थे। यही कारण है कि बारुईपुर, फूलतला, शांखारीपुकुर, कुलाड़ी, सशारी, जयातल्ला, धपधपी और उत्तरभाग इलाकों में अगरबत्ती बनाने के करीब 400 यूनिट मौजूद हैं।
विश्व में बारुईपुर के अगरबत्ती को मिली ख्याति को सुनकर ही सिंगापुर के छात्र यहां अगरबत्ती बनाने के तरीकों को जानने पहुंचे थे।