Bengal Assembly Elections: विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल को एक और झटका, मुस्लिम परिवारों के 500 सदस्य भाजपा में शामिल
मुस्लिम परिवारों का आरोप तृणमूल के उत्पीड़न व राज्य सरकार की सभी परियोजनाओं से वंचित होने के कारण वे लोग भाजपा में हुए शामिल। राज्य भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कोषाध्यक्ष माहुर अली मल्लिक ने इन लोगों को पार्टी का झंडा देकर स्वागत किया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को एक के बाद एक लगातार झटका लग रहा है। राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के हाल में बांकुड़ा के दौरे के बाद अब इस जिले में एक अल्पसंख्यक बहुल गांव के सभी मुस्लिम परिवारों से करीब 500 सदस्यों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इसमें कई जमीनी स्तर के नेता और कार्यकर्ता शामिल हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले ये सभी मुस्लिम परिवार तृणमूल का समर्थन कर रहे थे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, बांकुड़ा के विष्णुपुर के कलाबागान गांव के सभी अल्पसंख्यक परिवारों के कुल 500 सदस्य पार्टी में शामिल हुए हैं। राज्य भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कोषाध्यक्ष माहुर अली मल्लिक ने इन लोगों को पार्टी का झंडा देकर स्वागत किया।
वहीं, भाजपा में शामिल होने वाले अल्पसंख्यक परिवार के सदस्यों ने कहा कि पहले वे लोग जमीनी तौर पर तृणमूल कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे। लेकिन, तृणमूल के उत्पीड़न व राज्य सरकार की सभी परियोजनाओं से वंचित होने के कारण वे लोग पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। भाजपा नेताओं ने दावा किया कि बांकुड़ा जिले में पार्टी ने जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ बनाई है। बताते चलें कि पिछले साल लोकसभा चुनाव में भी बांकुड़ा जिले की दोनों सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
इधर, इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बांकुड़ा जिले से ही अपने दो दिवसीय बंगाल दौरे की शुरुआत की थी। उन्होंने यहां एक आदिवासी परिवार के घर भोजन भी किया था। वहीं, शाह के दौरे के कुछ दिनों बाद ही हाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बांकुड़ा के चार दिवसीय दौरे पर पहुंची थी। ममता ने इस दौरान प्रशासनिक बैठक के साथ सभाएं भी की थी और कई घोषणाएं की थी।